जानिए जब मिल बैठे दो यार तो क्या बन गया नया समीकरण !!
दिल्ली में संसद का मानसून सत्र जारी है और इसी सत्र के दौरान देश के तमाम बड़े नेताओं की जमघट दिल्ली में हुआ है मगर राजनीतिक गलियारों में इस वक्त सबसे ज्यादा कोई बात हो रही है तो आने वाले उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव की बात हर खेमे में हो रही है।
उत्तर प्रदेश का चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे रोज तमाम समीकरण भी दिखाई दे रहे हैं आज दिल्ली में देश के दो बड़े नेताओं की मुलाकात हुई मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव, यह दोनों नेता देश की राजनीति में एक अपना अलग ही दमखम और पहचान रखते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं के बीच में वर्तमान स्थिति से लेकर आने वाले चुनाव की रणनीति को लेकर भी चर्चा की गई, जनता के मुद्दों की भी चर्चा हुई देश की आर्थिक स्थिति की भी चर्चा हुई इसके साथ साथ युवाओं की बेरोजगारी से लेकर देश में बढ़ती हुई महंगाई और भ्रष्टाचार पर भी चर्चा हुई
इस चर्चा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे जहां अखिलेश यादव को दोनों बड़े नेताओं से मार्गदर्शन भी मिला और 2022 की रणनीति बनाने का गुरु मंत्र भी।
वहीं दूसरी तरफ मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव के विपक्षी खेमे में खलबली मच चुकी है कि आखिर यह दोनों नेता एक साथ जब बैठ गए हैं तो कौन सा नया समीकरण बना देंगे जिससे उत्तर प्रदेश के चुनाव में कहीं पसीने ना छुड़ाने पड़े फिलहाल जब मिल बैठे दो यार तो राजनीतिक गलियारों में खलबली नहीं सोर हो गया कि बन रहा है कुछ नया समीकरण।
आपको बता दें कि मुलायम से उनके दिल्ली आवास मिलने पहुंचे लालू प्रसाद यादव और मुलाकात के दौरान मुलायम के पुत्र सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद थे और मुलायम सिंह यादव से मिलने के बाद लालू प्रसाद यादव ने कहा कि
देश के वरिष्ठतम नेता व मेरे समाजवादी साथी है मुलायम-लालू !
गाँव-देहात, खेत-खलिहान, ग़ैर-बराबरी, अशिक्षा, किसानों, गरीबों युवाओं व बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएँ और लड़ाई है-लालू !
आज देश को पूंजीवाद और साम्प्रदायवाद की आवश्यकता नही-लालू !
देश को लोकसमता एंव समाजवाद की अत्यन्त आवश्यकता है-लालू !
लम्बे अर्से बाद राजनीति के दो माहिर खिलाडी देश के दिग्गज नेताओ में शुमार लालू-मुलायम का मिलन !
लालू-मुलायम की मुलाकात के बीच अखिलेश यादव की मौजूदगी अहम !