मोदी, शाह, सोनिया, अखिलेश..सबकी आंख नम कर गए अरुण जेटली
भारत के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर देश भर में मातम छा गया है। भारतीय राजनीति में ये एक दुखद दिन है। शनिवार को दिल्ली में मौजूद नेता और अरुण जेटली के तमाम प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंचे, तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे प्रशंसकों ने ट्विटर पर अपना शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अपने तीन-दिवसीय दौरे के लिए UAE में मौजूद हैं, इसलिए उन्होंने जेटली के परिवार से फ़ोन पर बात की। इसके साथ उन्होंने ट्वीट कर शोक जताया। उन्होंने लिखा, ‘अरुण जेटली जी एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से जीवंत थे। वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया। उनका निधन बहुत दुखद है। मैंने उनकी पत्नी संगीता जी के साथ-साथ बेटे रोहन से भी बात की और संवेदना व्यक्त की। ॐ शांति।’ इसके आगे उन्होंने लिखा कि ‘जीवन से भरपूर, बुद्धि से भरपूर, हास्य और करिश्मा की एक महान भावना, अरुण जेटली जी को समाज के सभी वर्गों के लोगों ने सराहा। भारत के संविधान, इतिहास, सार्वजनिक नीति, शासन और प्रशासन के बारे में त्रुटिहीन ज्ञान होने से वह बहुआयामी थे।’ ‘भाजपा और अरुण जेटली जी का अटूट बंधन था। एक उग्र छात्र नेता के रूप में, वह आपातकाल के दौरान हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने में सबसे आगे थे। वह हमारी पार्टी का एक बहुत पसंद किया जाने वाला चेहरा बन गए, जो पार्टी के कार्यक्रमों और विचारधारा को समाज के एक व्यापक स्पेक्ट्रम तक स्पष्ट कर सकते थे।’ बीजेपी और जेटली के अटूट बंधन को बताने के साथ जेटली के निधन को उन्होंने एक मूलयवान मित्र का खोना बताया। उन्होंने कहा,’अरुण जेटली जी के निधन से मैंने एक मूल्यवान मित्र खो दिया है, जिसे दशकों से जानने का सौभाग्य मुझे मिला था। मुद्दों पर उनकी समझ और मामलों की बारीक समझ पर बहुत कम समानताएं हैं। एक अच्छा जीवन जीकर वह हम सभी को असंख्य सुखद यादों के साथ छोड़कर चले गए। हम उन्हें याद करेंगे!’
गृहमंत्री अमित शाह ने जेटली के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने लिखा, ‘अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा।’ उन्होंने आगे लिखा कि ‘खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली जी से मिलना और उनसे विचार विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था। आज उनके जाने से देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आयी है जिसकी भरपाई होना जल्दी संभव नहीं है।’ ‘एक प्रखर वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता अरुण जी ने देश के वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और राज्य सभा में नेता विपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को पूरी कुशलता से निभाया।’ उनके कार्यकाल में लिए एहम फैसलों का बखान करते हुए उन्होंने कहा ‘मोदी सरकार के 2014-19 के कार्यकाल के दौरान देश के वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी और मोदी जी की गरीब कल्याण की परिकल्पनाओं को जमीन पर उतारा और हिन्दुस्तान को विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित किया। काले धन पर कार्यवाही की बात हो, एक देश-एक कर ‘जीएसटी’ के स्वप्न को साकार करने की बात हो, विमुद्रीकरण की बात हो या आम आदमी को राहत पहुंचाने की बात, उनके हर निर्णय में देश और देश की जनता का कल्याण निहित था। देश उन्हें उनके अत्यंत सरल एवं संवेदनशील व्यक्तित्व के लिए सदैव याद रखेगा।’
वहीं कांग्रेस ने दुख जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा, ‘‘हमें अरुण जेटली जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं।’’ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अरुण जेटली के असामयिक निधन पर गहरा दुख और पीड़ा व्यक्त की है। उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जेटली ने एक सार्वजनिक व्यक्ति, सांसद और मंत्री के रूप में लंबी पारी खेली और सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।’ वहीं जनता दल के नेता शरद यादव ने कश्मीर यात्रा के दौरान ट्वीट किया, ‘मेरे प्रिय मित्र श्री अरुण जेटली के असामयिक निधन पर दुखी। यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह एक महान वकील, नेता और प्रतिष्ठित सांसद थे। हार्दिक संवेदना।’ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर अपना दुःख प्रकट किया। उन्होंने लिखा-‘देश के प्रख्यात विधिवेत्ता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी के निधन की खबर से स्तब्ध हूं। जेटली जी छात्र जीवन में ही भाजपा से जुड़े, आपातकाल के ख़िलाफ़ आवाज मुखर की एवं आजीवन सकारात्मक राजनीति के साथ माँ भारती की सेवा करते रहे।’ उन्होंने आगे लिखा ‘उनका जाना देश और समाज की ऐसी अपूरणीय क्षति है जिसकी रिक्तता का अहसास हम लंबे समय तक करते रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को वे अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिजनों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दें।’ वहीं नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट किया ‘श्री अरुण जेटली जी एक कुशल वक़्ता, सफल अधिवक्ता और सौम्य राजनीतिज्ञ के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे। विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। शोकाकुल परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना।’
अरुण जेटली काफी समय से बीमार चल रहे थे। दिल्ली के AIIMS अस्पताल में उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। अस्पताल में उनसे मिलने अमित शाह, डॉ हर्षवर्धन और अरविन्द केजरीवाल सहित बीजेपी और विपक्ष के कई नेता पहुंचे थे।