मनरेगा समूह आज़मगढ़ में प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश मनरेगा महासंघ के आवाहन पर जनपद आजमगढ़ के समस्त मनरेगा कार्मिकों तथा अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक, लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर, एवं ग्राम रोजगार सेवकों ने लामबंद हो धरना प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट क्षेत्र में जुलूस निकाला व विकास भवन का घेराव किया। वर्तमान सरकार के नीति के खिलाफ असंतोष जताते हुए कहा कि यह आंदोलन मनरेगा कर्मियों की जेम पोर्टल से नियुक्ति किए जाने, पूर्व से कार्यरत मनरेगा कर्मियों का समायोजन ना किए जाने, शासनादेश के विपरीत महिला मेट का चयन जैसे प्रतिकूल निर्देश दिए जाने को लेकर है। इसके अलावा पूर्व से कार्यरत मनरेगा कर्मियों की समस्याओं का निस्तारण न किए जाने के कारण जिला स्तर पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के माध्यम से 6 सूत्रीय मुख्य मांगे शासन को भेजी गई। आंदोलन में शामिल लोगों ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 3 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत अस्थाई कर्मियों का नियमितीकरण किया जा रहा है। उसी क्रम में मनरेगा कर्मी जो कि विगत 10 से 15 वर्षों से कार्यरत हैं उन्हें भी नियमित किया जाए। मनरेगा योजना अंतर्गत जेम पोर्टल से की जा रही भर्ती को पूर्णतया प्रतिबंधित किया जाए। महिला मेट का चयन ग्राम पंचायत स्तर से नियम अनुसार किया जाए। नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक समस्त मनरेगा कार्मिकों को समान कार्य के सापेक्ष समान वेतन दिया जाए। 2015 से लंबित इपीएफ का नियोक्ता अंश तत्काल जमा किया जाए। मांग ना पूर्ण होने की दशा में 26 जुलाई 2021 को राज्य स्तर पर धरना विरोध प्रदर्शन व अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा।