अब तोड़ा गया भूमाफिया आज़म का हमसफ़र रिजॉर्ट, कोई नही रहा हमसफ़र!
समाजवादी पार्टी के रामपुर से सांसद आज़म खान कि मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं | आजम खान के रामपुर स्थित हमसफर रिजॉर्ट के अवैध कब्जे वाले हिस्से को अब तोड़ दिया गया हैं | आजम खान ने रिजॉर्ट के लिए एक हजार मीटर अवैध कब्जा किया था | जिसे दो जेसीबी और बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया हैं | बता दें कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में आजम खान ने यह लग्जरी हमसफर रिसॉर्ट बनवाया था | करोड़ों की लागत से बने इस रिसॉर्ट का लोकार्पण पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था | शुक्रवार को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रिजॉर्ट के अवैध हिस्से को गिराया हैं |
ऐसा पहली बार नहीं हैं जब आज़म किसी मामले में फसे हो इससे पहले भी वे कई मामलों में घिरते नज़र आए हैं….. आजम खान की यूनिवर्सिटी मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय विवादों में घिरी हुई थी | आजम खान पर किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा करके विश्वविद्यालय बनाने का भी आरोप है | दरअसल, समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने उत्तर प्रदेश पुलिस के जरिए पिछले तीन महीनों में उनके खिलाफ दर्जनों मामले दायर किए हैं | वहीं ED ने भी आजम खान पर कार्रवाई की थी | ईडी ने आजम खान पर अब मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया है |
इससे पहले जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर तमाम आरोपों में घिरे सांसद आजम खान ने लोगों से एक संदेश के जरिए भावुक अपील की थी। सोशल मीडिया पर वायरल इस लंबी अपील में आजम ने एक-एक मुद्दे पर अपना पक्ष रखने की कोशिश की है। आज़म के बेटे अब्दुल्ला आजम ने पुष्टि की थी कि यह संदेश आजम खान का ही है। मैसेज में आजम खान ने कहा कि आपके दिमाग़ में बहुत सारे सवाल होंगे, लेकिन मेरा जवाब बस इतना है कि जो लोग समझते हैं सब कुछ मिट जाएगा, वे सही हो सकते हैं। लेकिन मैं एक इतिहास लिख गया। एक इंसान गली का बाशिंदा हुकूमतों की मुखालफतों के बावजूद एक अज़ीम उल शान इदारा क़ायम करने में कामयाब हुआ। यूनिवर्सिटी के स्टाफ़ और अपने छात्रों से कहना चाहता हूं कि मैंने इंसानी बिरादरी की जो कराहती हुयी तस्वीर देखी है, उसकी दुखन मेरे दुखों से कहीं ज़्यादा है।
घड़ी कठिन हो सकती है लेकिन बच्चों सच यह भी है कि सच को मनवाने में देर हो सकती है शिकस्त नहीं। इम्तिहान की इस घड़ी में जिसने जितना साथ दिया, हमें उसका ज़्यादा शुक्रगुजार होना चाहिए। जिन्होंने साथ नहीं दिया या जो डर गए उन पर भी हमको आगे भरोसा करना चाहिए, लेकिन अगर किसी की ग़द्दारी का सबूत आपको मिल जाये तो फिर उसे कभी माफ़ नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह किसी एक का नहीं आने वाली नस्लों का नुक़सान होगा।