बदायूं में मासूम बच्चों की मौत का सिलसिला क्यों? सामने आई चौकाने वाली वजह
बिहार में चमकी बुखार से कई बच्चों कि मौत हुई थी जिसके बाद अब उत्तर प्रदेश में संक्रमण बुखार से कई मौते हो चुकी हैं | बदायूं के जिला महिला अस्पताल में बने एसएनसीयू में पिछले 20 दिनों में 18 और 50 दिनो में 32 नवजात बच्चों की मौतों ने स्वास्थ महकमे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। 15 बेड वाले एसएनसीयू का हाल ऐसा कि एक बेड पर दो-दो नवजात बच्चों का इलाज किया जा रहा है जिससे संक्रमण फ़ैल रहा है। आखिर इन बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है इस सवाल का जबाब किसी के पास नहीं।
यूँ तो सरकार की तरफ से नवजात बच्चों की उचित देखभाल के लिये बदायूं के जिला महिला अस्पताल में 15 बेड का एनएससीयू एक साल पहले बनाया गया था | लेकिन अब यह नवजात बच्चों के लिए नर्क बनता जा रहा है। पिछ्ले 20 दिनों में यहां 18 नवजात बच्चो की मौतें हो चुकी है | जिसने स्वास्थ महकमे को परेशान कर के रख दिया है। आखिर यह मौतें क्यों हो रही है, इसका जबाब किसी के पास नहीं है। एनएससीयू की देखभाल कर रहे डॉक्टर संदीप वाष्णेय का कहना है कि पिछले 20 दिनों में यहां 105 बच्चे भर्ती होने आये है और बेड मात्र 15 है | ऊपर से स्टाफ की कमी के कारण यहां नवजात बच्चों का उचित इलाज भी संभव नहीं हो पा रहा है | इसी वजह से यहां संक्रमण भी फ़ैल रहा है | डॉक्टर का कहना है कि हमने और भी संक्रमण तलाशने के लिये बायोलॉजिकल सर्वे कराने के लिये प्रस्ताव भेजा है लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है। उनका कहना है कि बेड की संख्या बढ़ाने के साथ ही स्टेपडाउन वार्ड बनाया जाये तभी संक्रमण थम सकता है।