सुंदर पिचाई ने जताई चिंता:फ्री और ओपन इंटरनेट पर हो रहे हैं हमले, जानिए फ्री इंटरनेट इस्तेमाल करने की सावधानियां
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने फ्री और ओपन इंटरनेट पर अटैक होने की बात कही है। BBC से बात करते हुए उन्होंने ने कहा कि कई देशों में सूचना को आम आदमी की पहुंच से दूर कर दिया जाता है। उन्होंने चीन का नाम लिए बिना कहा कि हमारे पॉपुलर प्रोडक्ट और सर्विस में से कोई भी टेक्नोलॉजी चीन में नहीं है।
पिचाई का मानना है कि इंटरनेट के फ्यूचर को सीमित करना किसी देश की सरकार या किसी एक व्यक्ति तक सीमित नहीं होनी चाहिए। बल्कि इसकी जिम्मेदारी सामूहिक थिंक टैंक को लेनी चाहिए जो इंटरनेट को ध्यान में रखते हुए काम करे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सबसे खास टेक्नोलॉजी
उन्होंने आगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) पर भी जोर दिया। साथ ही कहा कि AI आग, बिजली या इंटरनेट से भी ज्यादा अहम है। रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि मैं इसे इंसोनों की बनाई गई अब तक की सबसे खास टेक्नोलॉजी है।
जानिए कुछ सिक्योर स्ट्रैटेजी जिससे पब्लिक वाई-फाई से कनेक्ट होने पर सेफ रह सकते हैं...
फोन का ऑपरेटिंग सिस्टम अप टु डेट रखें
ऑपरेटिंग सिस्टम अप टु डेट रखने से न केवल आपको फोन में नए फीचर्स मिलते हैं, बल्कि इससे फोन की सिक्योरिटी भी बढ़ती है। मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करने से यह मोबाइल में मौजूद वायरस को भी निकल देता है।
मोबाइल एंटी वायरस टूल्स का इस्तेमाल
पब्लिक वाई-फाई इस्तेमाल करने से पहले मोबाइल में सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं। एंड्रॉयड यूजर्स के लिए यह सॉफ्टवेयर फायरवॉल का काम करता है। अगर आप अनसिक्योर्ड वाई-फाई से कनेक्ट होते हैं तो यह आपको रिस्क दिखाता है और उस रिस्क को स्कैन करके रिमूव कर देता है।
स्लो पब्लिक वाई-फाई यानी खतरा
ओपन वाई-फाई नेटवर्क को ओपन करके देंखे कि क्या कनेक्शन स्लो है? क्या आपको पेज साइन-इन करने में परेशानी हो रही है? ऐसे में अच्छा होगा कि आप पब्लिक वाई-फाई को लॉग आउट कर दें। स्लो नेटवर्क का कारण कई बार यह भी होता है कि किसी ने राउटर के साथ छेड़खानी की हो, जिससे आपको राउटर से सीधे डेटा नहीं मिल रहा हो।
ऑनलाइन शॉपिंग और बैंकिंग से करें परहेज
पब्लिक वाई-फाई कनेक्टिंग के दौरान अच्छा होगा कि आप ऑनलाइन शॉपिंग और बैंकिंग ट्रांजैक्शन न करें। पब्लिक वाई फाई सिक्योर नहीं होते हैं, ऐसे में हो सकता है कि कोई हैकर आपका पासवर्ड चुरा ले, जिससे आपको आगे परेशानी हो सकती है।
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल
इसका मतलब है कि जब भी आप किसी ऑनलाइन सर्विस को लॉग इन करते हैं तो वहां आपको दो सिक्योरिटी लेयर्स से गुजरना होता है। पहली सिक्योरिटी लॉग-इन क्रिडेंशियल्स की होती है और दूसरी सिक्योरिटी में एक कोड आपके मोबाइल पर जेनरेट होता है।
वाई-फाई को इस्तेमाल करके बंद कर दें
यह आइडिया तो बहुत आसान है, लेकिन ज्यादातर लोग पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करके उसे बंद करना भूल जाते हैं, जो आपकी सिक्योरिटी के लिए खतरा बन सकता है। वाई-फाई को बंद करने से आपको मोबाइल की बैटरी बचाने में भी मदद मिलेगी।