ब्रिटेन की जद्दोजहद:टीकों का अंतर 8 की जगह चार हफ्ते करना चाहते हैं जॉनसन; 19 जुलाई को अनलॉक से पहले पीएमओ ने कमेटी से मांगी सलाह
ब्रिटेन में 68% लोगों को पहली और 51% को दोनों डोज लग चुकी हैं।
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण ब्रिटेन में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने टीकाकरण से संबंधित ज्वाइंट कमेटी से टीकों का अंतर कम करने को लेकर सलाह मांगी है। इसमें टीकों का अंतर 8 से घटाकर चार हफ्ते किए जाने की बात कही गई है। ब्रिटेन की कुल आबादी 6.82 करोड़ है। इसमें से 68.5% लोगों को टीके की पहली डोज और 51.7% लोगों की दोनों डोज लग चुकी हैं।
बीते 24 घंटे में यहां 32,367 नए मरीजे मिले और 34 लोगों की मौत हुई। दरअसल, ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 19 जुलाई से अनलॉक करना चाहते हैं, ऐसे में बचाव के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। वहीं, ब्रिटेन के वैक्सीन मिनिस्टर नदीम जहावी का कहना है, ‘अंतर कम करने पर विशेषज्ञों की जो भी सलाह होगी हम उसे मानेंगे।’
अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीज 57.3% और नए केस 30.1%
…इधर स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी- 1.3 करोड़ मरीज गर्मियों तक वेटिंग में होंगे
ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद अनलॉक से पहले उसके बाद उपजने वाले हालात को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अभी देश के अस्पतालों में 53 लाख मरीज वेटिंग में हैं, गर्मियों तक 1.3 करोड़ हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की भी बड़ी संख्या है जो किसी दूसरी बीमारी से ग्रस्त हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इलाज के लिए अस्पतालों में नहीं जा रहे हैं। देश में अधिकांश जगह नए केस मिलने का सिलसिला बीती सर्दियों के बराबर पहुंच गया है। हालांकि, मौतें कम हैं।
विदेश यात्राओं पर भी प्रतिबंधों में ढील देने का दबाव, मास्क अनिवार्य ही रहेगा
ब्रिटेन में सरकार के मंत्री ही घरेलू और विदेश यात्राओं पर प्रतिबंधों में ढील देने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, कुछ इसके विरोध में भी हैं। ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ग्रांट शैप्स के अनुसार 19 जुलाई के बाद जिन लोगों ने ब्रिटेन में टीके की दोनों डोज ली होंगी, उन्हें विदेश यात्रा से लौटने पर आईसोलेट या क्वारंटीन नहीं होना होगा।
वहीं, मंत्री जहावी के अनुसार मास्क लगाना अनिवार्य ही रहेगा। दूसरी ओर, एकेडमी ऑफ रॉयल मेडिकल कॉलेजेस (एएमआरसी) की प्रोफेसर हेलेन स्टोक्स-लैम्पार्ड ने कहा कि वे अनलॉक को लेकर चिंतित हैं। लोगों को लगता है अनलॉक के बाद हम सावधानियां दूर कर सकते हैं। जो खतरनाक होगा।