Delhi-NCR को भी मिलेगा गंगा एक्सप्रेस-वे का फायदा, जानें पूरा रूट
नोएडा. मेरठ से इलाहबाद तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे का फायदा दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) को भी मिलेगा. यमुना एक्सप्रेस-वे और जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के पास बसाए जा रहे इंडस्ट्रियल और कमर्शियल एरिया को इसका बड़ा फायदा होगा. बुलंदशहर और हापुड़ के पास गंगा एक्सप्रेस-वे गौतमबुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) को छूता हुआ निकलेगा. इसके चलते इलाहबाद का सफर सिर्फ 6 से 7 घंटे का ही रह जाएगा. वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किमी प्रति घंटा होगी. सूत्रों की मानें तो सितम्बर में गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) का शिलान्यास हो सकता है. जमीन अधिग्रहण का काम भी लगभग पूरा हो गया है.
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होगा और हापुड़ व बुलंदश्हर से गुजरता हुआ गौतमबुद्ध नगर तक दिल्ली-एनसीआर को जोड़ता हुआ गुजरेगा. दिल्ली-एनसीआर में इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई कुल 59 किमी होगी, जिसमें से मेरठ में 15 किमी, हापुड़ में 33 और बुलंदशहर में 11 किमी होगी.
12 जिलों और 519 गांवों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे के काम से जुड़े अफसरों की मानें तो यह मेरठ से लेकर इलाहबाद तक के रास्ते में 12 जिलों और 519 गांवों से होकर गुजरेगा. एक्सप्रेस-वे के बीच-बीच में 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 929 पुलिया, 7 आरओबी, 28 फ्लाईओवर और 8 डायमंड इंटरचेंज बनेंगे. 120 मीटर चौड़े एक रेलवे ओवरब्रिज का भी निर्माण किया जाएगा. गंगा नदी पर एक किमी लम्बा पुल बनाया जाएगा. वैसे तो एक्सप्रेस-वे 6 लेन का बनाया जाएगा, लेकिन उसके साइड में इतनी जमीन छोड़ी जाएगी कि जरूरत पड़ने पर गंगा एक्सप्रेस-वे को 8 लेन का किया जा सके.
यहां से भी गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
जानकारों की मानें तो गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर हापुड़-बुलंदशहर से तो गुजरेगा ही, लेकिन साथ में अमरोहा में 26 किमी, संभल में 39 किमी, बदायूं में 92 किमी, शाहजहांपुर में 40 किमी और हरदोई में 99 किमी, उन्नाव में एक्सप्रेसवे 105 किमी, रायबरेली में 77 किमी, प्रतापगढ़ में 41 किमी और इलाहबाद में आखिरी पाइंट तक 16 किलोमीटर लंबा होगा.