कोरोना के कम होते केस के बीच 8 राज्य बढ़ा रहे टेंशन, सरकार ने जारी की एडवायजरी
नई दिल्ली. देश में एक ओर जहां कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) की रफ्तार धीमी पड़ती दिखाई पड़ रही है, वहीं कुछ राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं. देश के आठ राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से इन सभी राज्यों को पत्र लिखकर कोविड नियंत्रण उपायों को मजबूत करने को कहा गया है. इन राज्यों में जांच और टीकाकरण में तेजी लाने, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की योजना बनाने और कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करने संबंधी निर्देश दिए गए हैं.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, केरल, मेघालय, ओडिशा, त्रिपुरा और सिक्किम की राज्य सरकारों को पत्र लिखकर कई जरूरी कदम उठाने को कहा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों को मजबूत करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में यह चिंता का विषय है कि राज्य में साप्ताहिक संक्रमण दर 16.2 प्रतिशत (28 जून -चार जुलाई) है, जो लगातार चार सप्ताह से बढ़ रही है. भूषण ने कहा, 25 जिलों में से 19 में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर दर्ज की जा रही हैं, जो परेशानी का कारण बन रही हैं. राज्य में पिछले चार हफ्तों में दर्ज किए गए मामलों की संख्या में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई दी है. बारह जिलों में पिछले चार हफ्तों में नए मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है.चार जुलाई को सप्ताह के अंत में चांगलांग, पूर्वी सियांग, लोहित, पापुम पारे, तवांग और ऊपरी सुबनसिरी जिलों में से प्रत्येक में 100 से अधिक नए मामले सामने आए. इसके साथ ही नामसाई जिले में मौत की संख्या में वृद्धि हुई है. असम के मामले में उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य में नए मामलों की संख्या में गिरावट देखी गई है, लेकिन इसके 33 जिलों में से चार में पिछले चार हफ्तों में आंकड़े में वृद्धि दिखाई दी है और चार जुलाई को सप्ताह के अंत तक 29 जिलों में 100 से अधिक नए मामले सामने आए हैं.
मणिपुर में, उन्होंने कहा कि 16 में से दो जिलों (बिष्णुपुर और कंगपोकपी) में चार सप्ताह से नए मामलों की संख्या में तेजी देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि केरल में नए मामलों की संख्या में गिरावट देखी गई है, लेकिन इसके 14 में से दो जिलों में चार सप्ताह के आंकड़े में वृद्धि दिखाई पड़ती है. उन्होंने कहा कि चार जुलाई को सप्ताह के अंत में सभी जिलों में प्रतिदिन 200 से अधिक मामले सामने आए हैं. भूषण ने कहा कि कोल्लम और वायनाड जिलों में उक्त अवधि (सात जून -चार जुलाई) में साप्ताहिक मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गई है. उन्होंने कहा, त्रिशूर और मलप्पुरम में एक हफ्ते (28 जून से चार जुलाई) में 70 से ज्यादा मौतें हुई हैं. तिरुवनंतपुरम में मौतों में कमी जारी है. मंत्रालय ने कहा कि कन्नूर, कासरगोड, कोल्लम, कोझीकोड, मलप्पुरम, पलक्कड़ और त्रिशूर में पिछले सप्ताह 100 से अधिक नए मामले सामने आए थे, जिनकी साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक थी.
मेघालय में संक्रमण की दर 14.05 प्रतिशत दर्ज की गई
मंत्रालय ने कहा कि मेघालय में अभी भी साप्ताहिक संक्रमण दर 14.05 प्रतिशत (28 जून से चार जुलाई) दर्ज हो रही है और इसके 11 में से आठ जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक की संक्रमण दर दर्ज हो रही हैं. उसने कहा कि नागालैंड में 13 जून, 20 जून और 27 जून को समाप्त सप्ताह में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है, जिसमें चार जुलाई (6.44 प्रतिशत) को समाप्त सप्ताह में गिरावट देखी गई है. इसके 11 में से चार जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक की संक्रमण दर दर्ज की जा रही है. मंत्रालय ने बताया कि ओडिशा के तीन जिलों में 28 जून से चार जुलाई तक साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है. हालांकि राज्य में संक्रमण दर लगातार घट रही है.