नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए यूपी कोटे से 7 मंत्री, विपक्षी दलों ने कुछ ऐसे कैसा तंज
लखनऊ. नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मंत्रिमंडल के विस्तार (Cabinet Expansion) पर BJP के नेता जहां नए मंत्रियों को बधाई और शुभकामना दे रहे हैं, वहीं यूपी में विपक्षी दलों ने इस पर अपने-अपने अंदाज में तीखी प्रतिक्रिया दी है. बता दें बुधवार शाम को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी कोटे से सात मंत्री बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा लखनऊ सांसद राजनाथ सिंह पहले से ही मंत्रीमंडल में हैं.
सपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार पर बड़ा तंज कसा है. उन्होंने कहा, ‘इतनी बड़ी संख्या में मंत्री या मंत्रालय बदलने से भाजपा सरकार ने ख़ुद स्वीकार कर लिया है कि वो हर क्षेत्र में नाकाम रही है. ज़रूरत केवल डिब्बे नहीं पूरी ट्रेन को बदलने की है. भाजपा ने सरकार चलाने का नैतिक अधिकार खो दिया है. देश-प्रदेश में बदलाव की लहर है.’
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा के सांसद और यूपी के प्रभारी संजय सिंह ने कुछ यूं प्रतिक्रिया दी- यूपी में दलित और पिछड़े समाज के लोग कह रहे हैं कि साढ़े चार साल तक अत्याचार का शिकार बनाने के बाद 6 महीनवा चुनावी सम्मान नहीं चाहिये
ओमप्रकाश राजभर
पिछड़ों के नेता और 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ लड़ने वाले और अब बागी हो चुके सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा, ‘केंद्रीय मंत्रिमंडल में बंजारा, राजभर, बियार, अर्कवंशी, आरक, प्रजापति, पाल, बारी, बिंद, निषाद, कश्यप, केवट, नाई, गोंड, लोनिया, अतिपिछड़ी जातियों को सिर्फ धोखा मिला है. साल 2022 विधानसभा चुनाव में हम सभी उपेक्षित जातियां एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए लड़ेंगे और भाजपा को हराकर अपनी सरकार बनाएंगे.’
असदुद्दीन ओवैसी
AIMIM चीफ असादुद्दीन ओवैसी ने ओमप्रकाश राजभर के ट्वीट को रिट्वीट करके उनकी हां में हां मिलाई है.
कांग्रेस
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने दो लाइनों में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है- मंत्री बदलने से देश के हालात नहीं बदलेंगे. उसके लिए तो सरकार बदलनी पड़ेगी.
प्रोफेसर विवेक कुमार (जेएनयू)
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रोफेसर प्रो विवेक कुमार ने पिछड़ों और दलितों की बात छोड़ कर ब्राह्मणों की ओर इशारा करते हुए मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि समाजशास्त्रीय दृष्टि से मैं देख सकता हूं कि आज भारत सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में उत्तर भारतीय ब्राह्मणों को पूर्ण रूप से दरकिनार कर दिया गया है.
मायावती
मोदी मंत्रिमंडल विस्तार पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती का क्या इस स्टैंड रहता है, यह जल्दी ही साफ हो जाएगा. अब जबकि मायावती ने इस पर अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की है, ऐसे में बसपा के किसी भी बड़े नेता ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी जुबान नहीं खोली है. उन्हें भी शायद बहन जी की प्रतिक्रिया का इंतजार है.
चंद्रशेखर रावण
भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के चीफ दलित नेता चंद्रशेखर रावण ने भी मंत्रिमंडल विस्तार के तत्काल बाद कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है.