मुलायम सिंह की तर्ज पर संगठन देख रहे हैं अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस वक्त मुलायम सिंह यादव की तर्ज पर समाजवादी पार्टी का संगठन देख रहे हैं, पुराने समाजवादी नेता बताते हैं कि नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव पार्टी के फैसले लेने में बिल्कुल भी देरी नहीं करते थे, और तत्काल प्रभाव से खामियों की रिपोर्ट भी मंगाया करते थे, अब उसी तर्ज पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव दिखाई दे रहे हैं, आज आपको हम बताएंगे कि किस तरीके से संगठन के तौर-तरीकों को नेताजी के तर्ज पर अखिलेश यादव देख रहे हैं और क्या अखिलेश के 2022 की रणनीति में बदलाव आया है।
हाल ही में जिला पंचायत अध्यक्षों का पर्चा दाखिला ना होने के कारण अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के 11 जिला अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया था, वहीं अब जिला पंचायत अध्यक्षों की हार के बाद अखिलेश यादव ने सभी जिला अध्यक्ष महानगर अध्यक्ष और जिला महासचिव को 7 जुलाई तक स्पष्टीकरण देने का सर्कुलर भी जारी कर दिया है, जिससे यह दिखाई देता है कि अखिलेश यादव अपने संगठन को लेकर अब बिल्कुल भी नरम नहीं रहने वाले हैं।
पुराने समाजवादी नेताओं का कहना है कि जब 1992 में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन किया था उस वक्त से लगातार नेताजी इसी तर्ज पर काम किया करते थे, कहीं भी कोई भी कमी दिखती थी या कभी कोई भी पार्टी को नुकसान होता था तो उसका तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण लेते थे, जिसके बाद उस कमी को दूर कर दिया करते थे, अब उसी रास्ते पर अखिलेश यादव भी दिखाई दे रहे हैं, वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शायद यही वह रास्ता है जो अखिलेश को दोबारा सत्ता में ला सकता है, अब देखना यह होगा नेताजी के तर्ज पर चलकर अखिलेश समाजवादी पार्टी को 2022 तक कितना और प्रभावशाली बना पाते हैं, फिलहाल नई रणनीति और नए जोश के साथ समाजवादी पार्टी मैदान में उतर चुकी है।