कितना खतरनाक है कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट, जानिए क्या इससे आएगी तीसरी लहर?

नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अब लगभग थम सी गई है. अब हर रोज़ 50 हज़ार से कम केस आने लगे हैं. लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. एक्सपर्ट्स की मानें तो भारत में कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है. और इस संभावित लहर की मुख्य वजह होगी कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant ) का तेज़ी से फैलना. बता दें कि भारत में दूसरी लहर कोरोना के डेल्ट वेरिएंट से आई थी. लेकिन अब इसी वायरस ने अपना रूप बदल लिया है और इसे डेल्टा प्लस का नाम दिया गया है. कोरोना का ये वेरिएंट दूसरे के मुकाबले काफी तेज़ी से फैल रहा है.

WHO के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट अब तक दुनिया के कई देशों में फैल चुका है और ये ट्रेंड जारी रहा तो फिर कई और देशों में तबाही मच सकती है. आखिर क्या है ये कोरोना का नया वेरिएंट और क्या मौजूदा वैक्सीन इससे लड़ने में कामयाब होंगे. आईए हर सवाल का जवाब आसान भाषा में समझने की कोशिश करते हैं….

क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट?

कोरोना का ये नया रूप डेल्टा वेरिएंट ((B.1.617.2) ) में ही म्यूटेशन के बाद दिखा है. सबसे पहले इस वेरिएंट के बारे में जानकारी इंग्लैंड की पब्लिक हेल्थ बुलेटिन में दी गई थी. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये डेल्टा वेरिएंट में प्रोटिन म्यूटेशन के बाद बना है. इसे K417N का नाम दिया गया है. ये इससे पहले बीटा वेरिएंट में भी मिला था और इसकी पहचान सबसे पहले साउथ अफ्रीका में की गई थी. फिलहाल इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट’ की कैटेगरी में रखा गया है, यानी इसमें ये पता लगाने कि कोशिश की जाएगी कि किस तरह से ये अपना रूप बदल रहा है.
सबसे पहले कहां मिला था था डेल्टा प्लस का वेरिएंट?
सबसे पहले डेल्टा प्लस का वेरिेंट इस साल मार्च में यूरोप में मिला था. तब से लेकर अब तक इस वेरिएंटर पर निगरानी रखी जा रही थी. आम लोगों को इसके बारे में जून में पता चला. अब ये वेरिएंट यूरोप, एशिया और अमेरिका जैसे देशों में भी फैल गया है.
  • भारत में कहां-कहां मिले हैं इस वेरिएंट के केस?
    भारत के कई राज्यों से अब इस वेरिएंट से जुड़े केस लगातार सामने आ रहे हैं. पूरे देश से डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 से ज्यादा मामले सामने हैं. जिसमें सबसे ज्यादा 21 मामले महाराष्ट्र में हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश की बारी आती है. यहां डेल्टा वेरिएंट के 6 केस मिले हैं. जबकि तमिलनाडु और केरल से 3-3 केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र में भी सबसे ज्यादा 9 मामले रत्नागिरी, फिर 7 जलगांव, 2 मुंबई और एक-एक पालघर, थाने और सिंधुदुर्ग में है. केरल में मिले तीन मामले पलक्कड़ और पथनमथिट्टा से हैं. इनमें से एक मामला चार वर्षीय बच्चे का भी है.
  • दुनिया के किन देशों में फैला है कोरोना के ये वेरिएंट?
    डेल्टा प्लस नौ अन्य देशों – यूएसए, यूके, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, रूस और चीन में भी पाया गया है.
क्या इस वेरिएंट से आएगी तीसरी लहर?
इस वेरिएंट से ही कोरोना की तीसरी लहर आएगी इसको लेकर एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है.कुछ का मानना है कि अगर भारत में कोरोना की तीसरी लहर आती है तो फिर इसके लिए डेल्टा प्लस वेरिएंट ज़िम्मेदार हो सकता है. साथ ही ये भी दावा किया गया है कि इस वेरिएंट से एक्टिव केस 8 से 10 लाख तक जा सकते हैं, जिसमें से 10 प्रतिशत संख्या बच्चों की हो सकती है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना का ये नया वेरिएंट इम्यून सिस्टम को भी चकमा दे सकता है. उघर विरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग का कहना है कि अभी पक्के तौर पर ये नहीं कहा जा सकता है कि इससे ही तीसरी लहर आएगी. उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर अभी ज्यादा डेटा नहीं हैं.
  • क्या कोरोना की मौजूदा वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ असरदार है?
    फिलहाल पक्के तौर पर ये नहीं कहा जा सकता है कि वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ असरदार है. हालांकि वैज्ञानिक ये मान कर चल रहे हैं कि वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ असरदार होगी. फिलहाल सरकार ने कहा है कि कोवैक्सीन और कोवाशिल्ड दोनों पर ये असरदार है. ICMR ने कहा है कि फिलहाल इस बात को लेकर स्टडी की जा रही है कि हमारे यहां की वैक्सीन इसके खिलाफ असरदार है या नहीं.

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