J&K: PM मोदी बोले- पहले चुनाव और फिर पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर होगी बात
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों (J&K Political Parties) की अहम बैठक गुरुवार को दिल्ली में हुई. करीब 3 घंटे की चली इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें परिसीमन से लेकर चुनाव तक की बात हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली पर जोर देते हुए वहां के नेताओं से कहा कि परिसीमन का काम समाप्त होते ही विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे.
बता दें कि 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को हटा कर जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया गया था. साथ ही इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का ऐलान किया गया था. आईए एक नजर डालते हैं पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में क्या कुछ निकला….
1. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में केंद्र ने आश्वस्त किया है कि वो कश्मीर के विकास और चुनाव कराने को लेकर प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है-दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी खत्म करनी है.
2. जम्मू-कश्मीर के आठ अलग-अलग दलों के 14 नेताओं के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली सर्वदलीय बैठक में अधिकांश नेताओं ने पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और विधानसभा चुनाव कराने की मांग उठाई.
3. बैठक के बाद पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किए जाने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया और उनका पूरा जोर परिसीमन के बाद विधानसभा चुनाव कराने की प्रक्रिया पर रहा.
4. प्रधानमंत्री ने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया तेज गति से पूरी होनी है ताकि वहां विधानसभा चुनाव कराए जा सकें और एक निर्वाचित सरकार का गठन हो सके जो प्रदेश के विकास को मजबूती दे.
5. सर्वदलीय बैठक को जम्मू-कश्मीर को विकसित और प्रगतिशील प्रदेश बनाने के लिए जारी प्रयासों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है. परिसीमन तेज गति से होना है ताकि जम्मू-कश्मीर में चुनाव हो सकें और वहां एक चुनी हुई सरकार मिले जिससे राज्य के चौतरफा विकास को मजबूती मिले.
6. बैठक कर चर्चा करने और विचारों के आदान प्रदान को लोकतंत्र की बड़ी मजबूती करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा कि लोगों को, विशेषकर युवाओं को जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक नेतृत्व प्रदान करना है और उनकी आकांक्षाओं की पूर्ति सुनिश्चित करना है.’
7. सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बैठक में शामिल नेताओं की ओर से आए सभी सुझावों और तर्कों को गौर से सुना और कहा कि सभी ने खुले मन से बैठक में अपना पक्ष रखा है.
8. सूत्रों के मुताबिक मोदी ने जिला विकास परिषद के चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न होने की तरह ही वहां विधानसभा चुनाव संपन्न कराने पर जोर दिया. बैठक में जम्मू-कश्मीर में हुए विकास और जनहित के कार्यों को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई. उन्होंने विकास की गति पर संतोष जताया और कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों में आकांक्षाओं को लेकर उम्मीद की किरण जग रही है.
9. बैठक में शामिल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया और शांतिपूर्ण चुनाव जम्मू-कश्मीर में पूर्ण राज्य की बहाली के प्रमुख मील के पत्थर हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर पर आज की बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई. सभी ने संविधान और लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की। जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने पर जोर दिया गया. हम जम्मू-कश्मीर के सर्वांगीण विकास को लेकर कटिबद्ध हैं.’10. पार्टी के वरिष्ठ नेता व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद के मुताबिक, कांग्रेस की ओर से यह मांग भी उठाई गई कि जमीन एवं रोजगार के मामलों में राज्य के डोमेसाइल (मूल नागरिकों) को गारंटी दी जाए तथा राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए. उन्होंने कहा, ‘इस बैठक में हमने पांच मुद्दे उठाए हैं. पहला यह कि जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाए। दूसरा, वहां चुनाव कराये जाएं.’