तहखाने में बन रही अवैध शराब से निकली जहरीली गैस, 4 की मौत
मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के डिलारी थाना इलाके के राजपुर केसरिया गांव में रहने वाले राजेन्द्र सिंह के घर में अचानक 4 लोगों की मौत की ख़बर मिलने से पूरे गांव में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीण राजेन्द्र सिंह के घर के एक कमरे के नीचे बने तहखानेनुमा छोटे से रूम से राजेंद्र के अलावा उनके दोनों बेटों और एक नौकर का शव बरामद किया. पुलिस ने वहां पानी का छिड़काव कराकर चारों शव को क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुरादाबाद भेज दिया.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ज़हरीली शराब पीने के बाद हुई मौतों का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि मुरादाबाद के डिलारी थाना इलाके के केसरिया गांव में रहने वाले राजेंद्र सिंह की उसके दो बेटे और एक नौकर के साथ दम घुटने से मौत हो गई. प्रारंभिक छानबीन से पता चला है कि राजेंद्र सिंह कच्ची अवैध शराब बनाकर बेचता था. एक वर्ष पूर्व भी उसके घर से 250 पेटी अवैध शराब बरामद हुई थी जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था. जेल से आने के बाद राजेंद्र सिंह ने फिर अपने दोनों बेटों के साथ मिलकर अवैध शराब बनाने का काम शुरू कर दिया था.
हादसे के दिन भी वह अपने घर के पास ही बने दूसरे घर में अवैध शराब बलर रहा था. उसी दौरान किसी जहरीली गैस से एक-एक करके राजेंद्र सिंह के साथ ही उसके दोनों बेटे और नौकर बेहोश हो गए. काफी देर तक जब अंदर से कोई आवाज़ नहीं आई तो बाहर बैठी राजेंद्र सिंह की पत्नी फूलवती वहां पहुंची चारों को बेहोशी की हालत में देखा. फूलवती ने आसपास के लोगों को जमा किया. वहां पहुंचे लोगों ने पिता-पुत्र और नौकर को आवाज दी, लेकिन किसी के शरीर में हरकत नहीं हुई और अजीब सी गंध वहां फैली हुई थी, जिससे लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी. इसके बाद गांव के लोगों ने पुलिस को सूचना दी.
फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी
मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात देखकर अंदाज़ा कर लिया था कि किसी ज़हरीली गैस के फैलने से ही 4 लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने वहां पानी का छिड़काव करा कर वहां फैली गैस के प्रभाव को कम किया और चारों लोगों को वहां से बाहर निकाला. तब तक सभी की मौत हो चुकी थी. पुलिस ने चारों शव को पोस्टमार्टम के लिए मुरादाबाद भेज दिया. चार लोगों की मौत की जानकारी मिलने पर मुरादाबाद के एसएसपी पवन कुमार मौके पर पहुंच गए और फोरेंसिक विभाग की टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटा कर छानबीन शुरू करने के आदेश दिये.