कोरोना ने जोधपुर एयरपोर्ट पर लगाया ब्रेक
जोधपुर. कोरोना संक्रमण की दर प्रदेश व देश में लगातार गिर रही है. लेकिन कोरोना संक्रमण (Corona infection) ने हर सेक्टर पर भारी कहर बरपाया है. जोधपुर एयरपोर्ट पर भी कोरोना संक्रमण ने यात्री भार को काफी गिरा दिया है. इसके साथ ही जोधपुर से चलने वाले विमानों की संख्या भी काफी कमी आ गई है. इसके कारण जोधपुर एयरपोर्ट (Jodhpur Airport) को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
राजस्थान में पर्यटन उद्योग सबसे बड़ा उद्योग माना जाता है. प्रति वर्ष देश विदेश के लाखों पर्यटक जयपुर, जोधपुर और जैसलमेर में हेरिटेज इमारतों और यहां की संस्कृति को देखने आते हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण ने इस उद्योग पर ऐसा ग्रहण लगाया है कि अब यह उद्योग खासा संकट में है. खासकर जोधपुर का एयरपोर्ट को तो ऐसा ग्रहण लगा है कि इसके यात्री भार में 45 फीसदी की कमी आ गई है.
दूसरी लहर ने ज्यादा तोड़ी है कमर
कोरोना संक्रमण की पहली लहर ने भी काफी नुकसान पहुंचाया था. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने तो जोधपुर एयरपोर्ट की कमर ही तोड़ दी है. इस लहर में जोधपुर में यात्री भार में 45 फीसदी कमी आई है. वहीं जैसलमेर में तो 54 फीसदी यात्री भार कम हो गया है. सबसे ज्यादा नुकसान एयर कार्गो को हुआ है. इसके साथ ही सरकारी और निजी एयरलाइंस भी घाटे में आ चुकी है. कई एयरलाइंस को अपने कार्यलय में स्टाफ की कमी करनी पड़ गई है. जोधपुर में पिछले साल तक प्रतिवर्ष एक लाख यात्री हवाई यात्रा करते थे. लेकिन इस साल महज 44 हजार 893 यात्रियों ने हवाई यात्रा की है.
कोरोना इफेक्ट से कम हुई विमानों की संख्या
कोरोना संक्रमण काल में यात्री भार कम होने के साथ विमानों की संख्या भी तेजी से कम हुई है. जोधपुर में 2020 में जहां सालभर में 726 विमान उड़ान भरते थे वह संख्या इस साल 302 पर आ चुकी है. इस दौरान जोधपुर एयरपोर्ट पर 424 विमानों की संख्या कम हो चुकी है. पिछले साल मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद से अब तक एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं पटरी पर नहीं आ सकी हैं.