उन्नाव कांड साबित कर गया कि अखिलेश यादव ने योगी के लॉ एंड आर्डर की कुंडली पढ़ ली थी!
उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों में है, वहीं हो रहा है… जिसकी भविष्वाणी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बहुत पहले की थी | अपराधी बेखोफ है… उन्हें कानून का कोई खौफ नहीं | यूपी में ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है | रायबरेली में रविवार को एक सड़क दुर्घटना में उन्नाव रेप पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई | ये वही रेप पीड़िता है.. जिस मामले में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर आरोपी हैं | इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई | वहीं गंभीर रूप से घायल उन्नाव की रेप पीड़िता को लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया | मगर इस एक्सीडेंट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी.. उसकी नंबर प्लेट पर काला रंग पुता हुआ था.. जो इस एक्सीडेंट को साजिश का रंग दे रहा है |
वहीं ट्रक से मारी गई टक्कर भी सवालों में है | बॉलीवुड की फिल्मों में आपने ऐसी टक्कर खूब देखी होगीं, कि जब किसी को रास्ते से हटाना हो तो कैसे टक्कर मारी जाती है | वहीं इन सबके बीच सवाल प्रशासन पर भी खड़े हो रहे हैं कि आखिर चैंकिग करते वक्त काले रंग से पुती नंबर प्लेट पर किसी का ध्यान नहीं गया | ये सब उस दौर में हो रहा है जब पुलिस नंबर प्लेट पर यादव,गुजर्र,ठाकुर, वाली नेमप्लेटों पर सख्ती से डंडा चला रही है | दनादन चालन काटे जा रहे हैं… मगर पुलिस को काले रंग से पुती नंबर प्लेट नजर नहीं आई |
इस एक्सीडेंट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं | शक की सुई बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर जाकर टिक गई है | पुलिस इस मामले में हत्या की साजिश और हादसा दोनों मानकर जांच कर रही है | वहीं पीड़िता की बहन ने विधायक कुलदीप सैंगर पर आरोप लगाया कि उसी के आदमियों ने इस घटना को अंजाम दिया है | मगर बीजेपी विधायक ने जिस पीड़िता को मारने के लिए इस साजिश को अंजाम दिलाया वो बच गई और जब तक कुलदीप सैंगर को उसके किए की सजा नहीं मिल जाती | इस बीच, समाजवादी पार्टी के एमएलसी उदयवीर और सुनील साजन पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे | वहीं अखिलेश यादव ने इस मामले को लोकसभा में उठाया और पीड़िता को न्याय देने की मांग की |
लेकिन न्याय मिलेगा ये बड़ा सवाल है… क्योंकि सत्ता के रसूख के आगे पुलिस कैसे नदमस्तक होती है | ये कुलदीप सेंगर के केस में देख चुके हैं कि जब उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज बकायदा सीतापुर जिला जेल में कुलदीप सेंगर से मिलकर चुनाव में उनके समर्थन के लिए उनका धन्यवाद कहकर आए थे | इसी रसूख के दम पर कुलदीप सिंह सेंगर ने बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है | पाड़िता के पिता को पुलिस कस्टडी में मरवा दिया था | मौत से पहले पाड़िता के पिता का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था… विधायक कुलदीप सैंगर के भाई और बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी में उन्हें मारा-पीटा था |
पुलिस की इसी निष्क्रियता और विधायक की दबंगई से त्रस्त होकर पीड़ित लड़की ने सीएम आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया | जिसके बाद ये मामला सुर्खियों में आया था | कुलदीप सैंगर ने सत्ता का रसूख दिखा इस मामले को खूब दबाने की कोशिश की | मगर मामला हाईलाइट होने के बाद सूबे की सरकार को मजबूरन इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश देने पड़े | जिसके बाद सीबीआई ने ही कुलदीप सेंगर को गिरफ़्तार किया था | वहीं देरी के चलते इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इसमें हस्तक्षेप किया था | मगर जो काम बीजेपी विधायक कुलदीप सैंगर तब नहीं कर पाया | वो अब जेल में बंद रहकर करवाने की कोशिश की है ! ऐसे में बड़ा सवाल है कि जो मांग लोकसभा मे अखिलेश यादव ने उठाई क्या उसपर सुनवाई होगी ? क्योंकि एक तरफ आजम खान ने पीटासीन स्पीकर रमा देवी पर आप्तिजनक टिप्पणी की तो पूरी बीजेपी उनके खिलाफ खड़ी हो गई | मगर उन्नाव की बेटी पर यही बीजेपी क्यों मौन है |