हर 5 में से 1 मौत की नहीं दी गई थी जानकारी, अब डेटा सुधार रहे राज्य

नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर (Coronavirus 2nd Wave) अब धीरे-धीरे कम हो रही है. हर रोज़ कोरोना से संक्रमति मरीज़ों की संख्या में तेज़ी से गिरावट आ रही है. लेकिन कई बार मौत के आकड़े लोगों को हैरान कर रहे हैं. सवाल उठता है कि मरीज़ों की संख्या घट रही है तो फिर मौत के आंकड़े क्यों नहीं? दरअसल कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी अब तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. लेकिन राज्य सरकार अपनी पुरानी गलतियों को सुधारने में लगी है. हुआ ये कि कुछ राज्यों ने पिछले 30 दिनों के दौरान हर 5 में से एक मौत की जानकारी केंद्र सरकार को नहीं दी थी. लेकिन अब एक साथ इन आकड़ों के हर रोज़ वास्तविक मौत की संख्या के साथ जोड़ा जा रहा हैं.

अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने मौत के आंकड़ों का विश्लेषण किया है. उनके मुताबिक पिछले एक महीने में, कम से कम छह राज्य – महाराष्ट्र, उत्तराखंड, बिहार, गोवा, पंजाब और उत्तर प्रदेश लगातार अपनी मृत्यु के आंकड़ों का मिलान कर रहे हैं. लिहाजा इस दौरान कुल 20,741 मौत की संख्या को फिर से जोड़ा जा रहा है जो पहले दर्ज नहीं की गई थीं.

पुराने डेटा से मिलान

बिहार में पिछले महीने में हर चार मौतों में से तीन को राज्य के आंकड़ों में सिर्फ एक दिन (9 जून) को जोड़ा गया. उधर महाराष्ट्र में पिछले 30 दिनों में हुई मौतों की संख्या आधे से अधिक पुराने बैकलॉग के आंकड़े थे. जबकि उत्तराखंड में ये अनुपात 30 फीसदी था. यानी करीब 30 फीसदी मौत के आंकड़े जोड़े गए. इन आकड़ों से ये साफ हो जाता है कि दूसरी लहर के दौरान वास्तविक मौत की संख्या नहीं बताई गई.

किन राज्यों से आ रहे हैं पुराने आंकड़े

उदाहरण के लिए शनिवार को केंद्र सरकार के मुताबिक देश में कोरोना से 3,302 मौतें हुई. हालांकि, वास्तव में उस दिन केवल 1,316 मौतें ही हुई थीं. यानी पुराने आंकड़े जोड़े गए. इसी तरह शुक्रवार को देश के टैली में 4,000 मौतें जोड़ी गईं. लेकिन, उस दिन महाराष्ट्र ने 2,213 मौतों का बैकलॉग जोड़ा, उत्तराखंड ने 10 पुरानी मौतें और यूपी ने चार जोड़े. इसका मतलब है कि ये आंकड़े 56% पुराने थे. गुरुवार को ये अनुपात उस दिन हुई 3,410 मौतों में से 45% था. महाराष्ट्र में 1,522, गोवा में एक, उत्तराखंड में 14, पंजाब में तीन और यूपी में एक.

देश में कोरोना से अब तक कुल मौतें

इस महामारी से अब तक देश में 3,67,081 लोग जान गंवा चुके हैं. इनमें से 1,06,367 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 32,644 की कर्नाटक, 28,906 की तमिलनाडु, 24,772 की दिल्ली, 21,667 की उत्तर प्रदेश, 16,731 की पश्चिम बंगाल, 15,435 की पंजाब और 13,300 लोगों की मौत चंडीगढ़ में हुई.

Related Articles

Back to top button