रेप के बाद प्रेग्नेंट हुई नाबालिग, पंचायत ने सुनाया ऐसा फरमान
हापुड़. उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद से शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र में पंचायत (Panchayat) ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए रेप पीड़िता (Rape Victim) व उसके परिवार को गांव छोड़ने का तुगलकी फरमान सुनाया है. इतना ही नहीं दुष्कर्म पीड़िता के प्रेग्नेंट होने पर उसे गर्भपात का दबाव भी बनाया जा रहा है. पंचायत के तुगलकी फरमान से परेशान पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए थानों के चक्कर लगा रहा है.
दरअसल, पूरा मामला गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के एक गांव का है, जहां शादी का झांसा देकर एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया गया. नाबालिग लड़की के गर्भवती होने पर परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. पीड़ित लड़की करीब 5 माह की गर्भवती है. पीड़ित लड़की ने जब युवक से शादी करने को कहा तो लड़के ने शादी करने से इनकार कर दिया और गर्भपात कराने की सलाह दे डाली. मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी, लेकिन पीड़ित लड़की के पिता का आरोप है कि जब उन्होंने लड़के के परिजनों से दोनों की शादी करने की बात कहीं तो उन्होंने धमकी दी और पंचायत भी हुई. पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि पंचायत में उन्हें गांव छोड़ने फरमान सुनाया और लड़की का गर्भपात कराने का दबाव बनाया. हालांकि, अब पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है.
पिता ने लगाया यह आरोप
पिता का आरोप है कि गांव में आरोपी पक्ष के लोगों ने पंचायत कर उसके रिश्तेदार को 1 लाख 20 हजार रुपये दे दिए और बेटी को जबरन अस्पताल में भर्ती कराकर गर्भपात के लिए बोल दिया. पीड़ित पिता का आरोप है कि उसने पैसे लेने से मना कर दिया तो दबंगों ने जबरन एक कागज पर फैसला नामा लिखवाकर थाने में दिलवा दिया. इसके बाद वह चुपके से बेटी को लेकर अस्पताल से भागकर मेरठ पहुंचा. जहां से उन्होंने हापुड़ एसपी से मामले की शिकायत की. इसकी सूचना मिलने पर पंचायत ने गांव छोड़ने का दिया.
आरोपी की गिरफ़्तारी के लिए दबिश
मामले में एएसपी सर्वेश मिश्रा का कहना है कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अगर पंचायत में ऐसा हुआ तो जांच कराई जाएगी. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. लड़की का मेडिकल भी करवाया गया है.