Environment Day: पाकिस्तान से लगी सरहद पर ‘ग्रीन-वॉल’ तैयार करेगी BSF, रेगिस्तान में आएगी हरियाली
बाड़मेर. राजस्थान के रेतीले बाड़मेर में पाकिस्तान से लगती सरहद पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने विश्व पर्यावरण दिवस पर एक अनोखी शुरुआत की है. इस बार मानसून सक्रिय होते ही बीएसएफ बॉर्डर एरिया में सघन पौधरोपण करवाएगी. इसको लेकर बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय पर ही नर्सरी से पौधे तैयार किए जा रहे हैं. इस नर्सरी में हजारों औषधीय और देशज पौधे तैयार किए गए हैं. पौधों को विकसित करने के लिए उन्होंने अपने स्तर ही नर्सरी तैयार की है. इसमें अब तक 4 लाख पौधे विकसित करने के साथ ही सीड्स बॉल भी तैयार की है, जो बॉर्डर क्षेत्र के गांवों में पौधे विकसित करने में उपयोग में ली जाएगी.
रेतीला इलाका और पानी की कमी के कारण यहां पौधरोपण के साथ इन्हें इजराइल की प्रसिद्ध मटका पद्धति और बूंद-बूंद प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है. बीएसएफ की पूरी पौधशाला ऑर्गेनिक तरीके से तैयार की गई है. गोबर खाद और नियमित पेड़ों से गिरने वाले पत्तों की वर्मी कंपोस्ट तैयार की गई है. इसी से 4 लाख पौधे तैयार किए गए हैं. बीएसएफ सेक्टर मुख्यालय डीआईजी विनीत कुमार के मुताबिक बॉर्डर की तारबंदी से 22 मीटर पहले दो लेयर में पाकिस्तान से लगती 270 किलोमीटर तक सघन पौधरोपण किया जाएगा.
डीआईजी विनीत कुमार ने बताया कि मानसून आने के बाद यह अभियान शुरू किया जाएगा. इसके लिए पौधे तैयार कर लिए हैं. उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण व बॉर्डर क्षेत्र को हरा-भरा करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाड़मेर के रेतीले दरिया में सरहद के जांबाज हरियाली की इस दीवार को नीम, शरेष, गूगल, कनेर, मीठे नीम पौधे के साथ साथ एलोवेरा, गूगल, नींबू, सदाबहार, नागफनी, तुलसी, मेहंदी, धतुरा, कैर, इमली, अमरूद जैसे पौधों से हरी-भरी करते नजर आएंगे.
इतना ही नहीं, तारबंदी के पास पौधरोपण के अलावा गांवों में लोगों को प्रत्येक घर के चार फलदार पौधे बांटने की भी योजना है. बीएसएफ ने इसको लेकर वन विभाग से 20000 फलदार पौधों की डिमांड की गई है. इसमें से 5000 पौधे जल्द ही मिल जाएंगे. इन पौधों को बॉर्डर के गांवों में ग्रामीणों को घरों में दिए जाएंगे. सरहद पर दुश्मनों की नापाक नजर से देश को बचाने में तैनात बीएसएफ अब अपने इस नवाचार से कुदरत की हिफाजत में ऐतिहासक कदम धरा पर रखकर एक नया आयाम स्थापित करती नजर आएगी.