मोतिहारी में पुलिस टीम पर हमला, जान बचाकर भागे पुलिसवाले, दो घायल
बिहार के मोतिहारी में शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस को ग्रामीणों ने खदेड़ा दिया है. घटना पूर्वी चम्पारण के जितना थाना क्षेत्र के जोलगावा पंचायत की है. पुलिस को सूचना मिली कि नेपाल सीमा पर स्थित बरैला गांव में शराब की बड़ी खेप लाकर जमा की गई. भारतीय सीमा क्षेत्र की सूचना पुलिस छापामारी करने पहुंची थी, जहां पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा.
ग्रामीणों ने अपशब्दों के साथ लाठी डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया और साथ ही साथ पथराव भी किया, जिसके बाद पुलिस को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा है. आपको बता दे कि भारत नेपाल सीमा से आज कल शराब की तस्करी जोरों पर है. यहां तस्करी और भारतीय सीमा की सुरक्षा का SSB, बिहार पुलिस समेत कस्टम के जिम्मे है. फिर भी आए दिन शराब की तस्करी यहां लोगों के लिए रोजगार का साधन बन गई है.
राज्य में पूर्णतः शराब बंदी कानून लागू है, लेकिन पड़ोसी देश नेपाल से शराब तस्करी जोरों पर है. जो लोगों के सरल रोजगार का साधन बना है. छापामारी करने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने गाली गलौज के साथ लाठी डंडा के साथ पथराव कर खदेड़ा. हालांकि सूचना के अनुसार, एक चौकीदार और पुलिस बल का एक जवान चोटिल हुई है. पुलिस ने छापामारी करने गए गाड़ी को घटना स्थल पर छोड़ भागकर जान बचाया है. फिलहाल पुलिस ग्रामीणों पर प्राथमिकी दर्ज करने और गिरफ्तार करने की तैयारी में जुटी है.घटना बुधवार की सुबह करीब 9.30 बजे की बतायी जाती है. एक बड़ा सवाल यह भी है कि जिस जगह पर पुलिस शराब की छापामारी करने गई थी और घटनास्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर SSB चेक पोस्ट है. जहां दर्जनों एसएसबी के जवान तैनात रहते है फिर भी एसएसबी को शराब की सूचना क्यों नहीं थी. फिर छापामारी में एसएसबी का सहयोग नहीं लिया गया.
जब ग्रामीणों ने पुलिस की पिटाई और पथराव करते हुए लाठी डंडा के सहारे खदेड़ा जा रहा था, तो एसएसबी ने क्यों नहीं बचाया? घटना के बाद बॉर्डर पर चेक पोस्ट पर तैनात एसएसबी के जवान गस्ती वाहन को सुरक्षित अपने कब्जा में लेकर जितना थाना को सौंप दिया है. घायल पुलिस कर्मी का स्थानीय स्तर पर इलाज चल रहा है. घायल की स्थिति खतरे से बाहर बताया जाता है.