योगी जी गोशालाओं में न चारा, न भूसा, मर रहे पशु

धर्मनगरी अयोध्या में दिनदहाड़े हो रहा है अधर्म ज़िम्मेदारों ने साधी चुप्पी

अयोध्या। गोशालाएं प्रदेश की सरकारी प्रमुख योजनाओं में शामिल हैं। मगर यहां जिले भर की गोशालाओं का बुरा हाल है। गोशालाओं में पल रहे पशुओं को खाने के लिए न हरा चारा है और न हीं भूसा। पशुओं का ठीक से इलाज भी नहीं किया जा रहा है। हालात यह है कि गोशालाओं में रोज गायों की मौत हो रही है। गायों की दुर्दशा पर न जिला प्रशासन ध्यान दे रहा और न गोशाला संचालक। नगर निगम बन चुका धृतराष्ट्र।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में गोवंश की संरक्षा और सुरक्षा के लिए कई बड़ी योजनाएं लागू की और हर जिले में सरकारी गौशाला का निर्माण कराकर निराश्रित गोवंश को सुरक्षित रूप से रखने उनके चारे और आश्रय स्थल की व्यवस्था की। लेकिन भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में गोवंश की ऐसी दुर्दशा हो रही है जिससे सुनकर आपका कलेजा कांप उठेगा। हालांकि ऐसा पहला मामला नहीं है अयोध्या में गोवंश की दुर्दशा का मामला चर्चा में आया हो। इससे पहले भी अयोध्या के बैसिंहपुर गौशाला में गौ माता के साथ हो रहे दुर्व्यवहार और उनकी दुर्दशा की खबरें चर्चा में आने के बाद कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज भी गिरी थी।लेकिन इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है।

ताजा मामला एक बार फिर से सामने आया है गौमाता को जमीन में दफनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शर्मनाक बात तो यह है कि यह कार्रवाई नगर निगम की जेसीबी के द्वारा अंजाम दी जा रही थी। जब इस मामले की खबर अयोध्या के साधु-संतों को मिली तो करतलिया बाबा आश्रम के महंत बालयोगी रामदास ने कहा यह दुर्दशा देख कलेजा कांप गया। योगी राज गौ माताओं का ये हाल वो भी अयोध्या जी में। महंत रामदास ने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह धृतराष्ट्र बन गया है और सिर्फ लूटपाट करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दुर्दशा के जिम्मेदार है। ये कोई पहली घटना नही है इसके पहले भी ऐसा जघन्य अपराध हो चुका है। इसके बावजूद सरकार कितनी गम्भीर है। हद है। बहुत ही शर्मनाक है।

लेकिन सवाल यही है कि क्या योगी सरकार में गोवंश की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। क्या इन बेजुबानों को जिंदा रहते ही ऐसे ही दफनाया जाता रहेगा। दीगर बात ये भी है गौशाला के ज्यादातर गोवंशों कि हालत बेहद खराब है और बीमार होने के कारण वो मृतप्राय लगते हैं।गौशाला में न भूसा है न ही हरा चारा है।

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