चली गयी कांग्रेस के विकास की शिला, शीला दीक्षित नही रहीं
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन हो गया है।बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। आज यानी शनिवार सुबह उन्हें दिल्ली के एक्सकॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोपहर 3.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस लीं।
शीला दीक्षित दिसंबर 1998 से दिसंबर 2013 तक दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी थीं। मुख्यमंत्री रहने के बाद शीला दीक्षित केरल की राज्यपाल भी रह चुकी थीं। वर्तमान में वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं। 81 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। वे दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री थीं। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिए उम्मीदवार घोषित की गई थीं।
शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। वे इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर-पूर्व दिल्ली से लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं थीं। हालांकि, उन्हें भाजपा के मनोज तिवारी ने हरा दिया था। निधन से कुछ दिनों पहले तक वह राजनीति में बहुत सक्रिय थीं। हाल ही में उन्होंने दिल्ली के कुछ जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी की थी। उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता था।