चक्रवर्ती तूफ़ान यास भी अपने तेवर दिखाने लगा
ओडिशा के बालासोर के करीब पारादीप और सागर आइलैंड के बीच उत्तरी ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट के करीब से चक्रवाती तूफान यास के गुजरने की संभावना है। ओडिशा के धमरा पोर्ट के करीब बुधवार सुबह लैंडफॉल की संभावना भी जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग की ओर से मंगलवार को यह जानकारी दी गई है। ओडिशा व पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों में बने राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है। पारादीप में तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी। यहां से बुधवार को चक्रवात यास के गुजरने का अनुमान है। ओडिशा के कई इलाकों में बारिश की जोखिम को देखते हुए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय तट रक्षक ने बताया, ‘रोक के बावजूद मछुआरे अपनी जीवीका के लिए समुद्र में हमेशा चले ही जाते हैं इस हालात से निपटने के लिए हम क्षेत्रीय भाषाओं में ऐलान कर रहे हैं। नौसेना मेडिकल टीम के साथ तैयार है। हमें विश्वास है कि किसी जिंदगी का नुकसान होने से बचा लेंगे।’ वहीं ओडिशा के एडीजी वाईके जेठवा ने बताया, ‘81,661 लोग जो प्रभावित इलाकों में रह रहे हैं उनको अभी तक बाहर निकाला गया है और राहत शिविर में पहुंचाया गया है।’ NDRF DG एसएन प्रधान ने बताया कि चक्रवात यास के मद्देनज़र पश्चिम बंगाल में NDRF की 10 और टीमें तैनात की गईं। राज्य में कुल 45 टीमें तैनात हैं। बता दें कि एक टीम में 47 जवान हैं।26 मई की सुबह तक यास अपने चक्रवाती तेवर बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में पहुंच जाएगा, दोपहर को ओडिशा के पारादीप और बंगाल के सागर द्वीप के बीच से बालासोर के पास से गुजरेगा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) समेत नौसेना, वायुसेना व केंद्रीय एजेंसियों तथा बंगाल व ओडिशा की सरकारों ने इस चक्रवात से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। IMD भुवनेश्वर के अनुसार, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर में हवा की स्पीड 150-160 किमी प्रति घंटे होगी। धमरा और पारादीप में खतरे को देखते हुए चेतावनी दे दी गई है। आज और कल के लिए ओडिशा के केंद्रपाड़ा, भद्रक, जगतसिंहपुर, बालासोर में भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया।