पूछताछ के दौरान कई बार फूट-फूटकर रोए सुशील कुमार, बोले- सिर्फ डर पैदा करना था मकसद
नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या (Sagar Murder Case) के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) और उनके साथी अजय बक्करवाला से दिल्ली के मॉडल टाउन थाने में क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है. जबकि दोनों से सागर हत्याकांड को लेकर पुलिस ने करीब पांच घंटे सवाल जवाब किए. इस दौरान कई बार पहलवान सुशील कुमार फूट फूटकर रोने लगे और उन्होंने खाना भी नहीं खाया. हालांकि अजय बक्करवाला थाने में शांत बैठा रहा और खाना भी खाया. मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह और पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज इस केस को देख रहे हैं.
बहरहाल, जब सुशील कुमार मॉडल टाउन थाने पहुंचे तो वह कुर्सी तलाशने लगे, लेकिन पुलिस अधिकारी ने उन्हें और उनके साथी अजय को लॉकअप में बंद करने को कह दिया. सुशील लॉक अप में सिर झुकाए फर्श पर बैठने के साथ फूट-फूट कर रोने लगे. जबकि आधे घंटे तक सुबकने के बाद पहलवान को जांच अधिकारी के कमरे में बैठाया गया और फिर पूछताछ का दौर शुरू हुआ. यही नहीं, क्राइम ब्रांच की हिरासत में सुशील ने पूरी रात जागकर बिताई.
सिर्फ डर पैदा करना था मकसद
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सुशील कुमार ने बताया कि वह सागर को सिर्फ डराना चाहता था, इसलिए पिटाई की थी. यही नहीं, हथियार भी इसीलिए लाए गए थे और इस पूरी घटना का वीडियो खौफ पैदा करने के लिए बनवाया गया था. हालांकि सागर का मारने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन जब उसकी मौत की सूचना मिली तो मैं भाग गया और इधर उधर 18 दिन तक गायब रहा. इसके बाद दिल्ली लौटा.
छत्रसाल स्टेडियम भी पहुंची क्राइम ब्रांच टीम
पहलवान सागर धनखड़ की दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हत्या हुई थी और इसी वजह से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक टीम वहां पहुंची और घटना स्थल पर जाकर ग्राफ तैयार किया. बता दें कि क्राइम ब्रांच अब नए सिरे से सभी सबूतों को परख रही है. वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को सुशील कुमार की मदद करने वाली महिला खिलाड़ी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
एक फ्लैट के विवाद ने सुशील कुमार को बना डाला हत्यारा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मॉडल टाउन में सुशील कुमार का एक फ्लैट है जो उनकी पत्नी के नाम पर है, उसमें संदीप काला और लॉरेंस विश्नोई गैंग के बदमाश शेल्टर लेते थे. जबकि यहां से ही दोनों गैंग के लोग दिल्ली, यूपी और हरियाणा के टोल टैक्स बूथों को कंट्रोल करते थे. जबकि फ्लैट पर दिल्ली पुलिस का वांटेड संदीप काला भी आता था. दिल्ली पुलिस के सीनियर ऑफिसर के मुताबिक, मॉडल टाउन के फ्लैट को बेचकर सुशील कुमार और जखेड़ी में पैसे का बंटवारा होना था, लेकिन पिछले कुछ महीनों में जठेड़ी के विरोधी और जेल में बंद नीरज बावना और नवीन बाली ने सुशील कुमार का साथ दिया, जिससे दोनों (सुशील और जठेड़ी ) के बीच मतभेद बढ़ गये.
इसके बाद गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी ने सुशील कुमार पर पैसे के लिए फ्लैट बेचने का दबाव और बढ़ा दिया. इसके बाद पहलवान ने सागर धनखड़ और वहां रहे अन्य लोगों को फ्लैट खाली करने को कहा, तो जखेड़ी गैंग के लोगों ने गाली गलौज शुरू कर दी और विवाद बढ़ गया. इसके बाद सुशील कुमार ने सागर और अन्य को चुनौती दे डाली. जबकि इस दौरान सुशील कुमार को गैंगस्टर काला जठेड़ी के विरोधी गैंग के गुर्गों का भरपूर साथ मिला और फिर उनके साथ मिलकर सागर की छत्रसाल स्टेडियम में पिटाई कर दी, जिसमें उसकी मौत हो गई. यही नहीं, इस दौरान अपनी धमक दिखाने के लिए सुशील कुमार ने वीडियो भी बनवाया था. वहीं, सुशील कुमार के इस फ्लैट में गैंगस्टर काला का भांजा सोनू भी रहता था, जोकि इस मारपीट में घायल हो गया. 15 से ज्यादा मामलों में आरोपी सोनू को गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी भांजे के साथ अपना बेटा मानता है और उस पर सुशील के हमले से वह और बौखला गया. बहरहाल, सागर हत्याकांड के बाद गैंगस्टर काला जठेड़ी के लोगों ने सुशील कुमार और उनके साथियों के खिलाफ ऑलआउट वार का ऐलान कर दिया. इसके बाद सुशील को न सिर्फ पुलिस बल्कि जखेड़ी के गैंग से भी बचने के लिए इधर उधर छुपना पड़ा था.