मेरठ में तेजी से बढ़ रहा ब्लैक फंगस, अलग-अलग अस्पतालों में 72 मरीज भर्ती, 6 की मौत
मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के केस में लगातार इज़ाफा हो रहा है. बीते चौबीस घंटे में यहां 5 और ब्लैक फंगस के मरीज़ रिपोर्ट हुए हैं. चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि ब्लैक फंगस से मेरठ में अब तक 6 की मौत हो चुकी है जबकि अलग-अलग अस्पतालों में कुल 72 मरीज़ों का इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के लिए मेडिकल कॉलेज में अलग वार्ड बना हुआ है.
डॉक्टर अखिलेश मोहन ने कहा कि मेरठ में अलग-अलग जनपदों के भी मरीज़ भर्ती हैं. उनके मुताबिक आधे से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज़ पड़ोसी ज़िलों के हैं. वहीं व्हाइट फंगस (White थ्नदहने) को लेकर उन्होंने कहा कि ये कोई अलग फंगस नहीं है क्योंकि ये ब्लड वेसल्स को रोक देता है तो उसका कलर ब्लैक हो जाता है. उन्होंने कहा कि नाम इसका भले ही ब्लैक फंगस हो. लेकिन इसका रंग सफेद होता है. सीएमओ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में दवाएं उपलब्ध हैं और डॉक्टरों को भी इसे लेकर सचेत कर दिया गया है. डॉक्टर जल्दी डिटेक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं.
कोरोना संक्रमण कम होने से राहत
एक तरफ मेरठ में कोरोना का ग्राफ गिरने से यहां के लोगों ने राहत की सांस ली है. वहीं दूसरी तरफ ब्लैक फंगस के बढ़ते केस से चिंता है. बीते चौबीस घंटे की बात की जाए तो यहां कोरोना के नए केसेज में भारी कमी दर्ज की गई है. यहां बीते चौबीस घंटे के दौरान कोरोना के 399 नए केस मिले हैं. जबकि कुल एक्टिव केसेज़ की संख्या भी घट गई है. मेरठ में कुल एक्टिव केसेज़ की संख्या 7404 हो गई है. होम आईसोलेटेड मरीज़ों की संख्या भी घटी है. अब 4188 होम आईसोलेटेड लोगों का इलाज किया जा रहा हैं. हालांकि कोरोना से बीते चौबीस घंटे के दौरान 8 और मौत हुई है. लगातार मेरठ में कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़ी है. यहां अब तक 1091 लोगों ने कोरोना को मात दी है.
तीसरी लहर की आशंका में तैयारियां तेज
वहीं कोरोना की दूसरे वेव से जंग के बीच अब कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन ने बताया कि तीसरे लहर की आशंका के मद्देनज़र मेडिकल कॉलेज वूमेंस हॉस्पिटल और अन्य अस्पताल में पीडिएट्रिक वार्ड को लेकर कार्रवाई शुरू चुकी है. डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि अभिभावक बच्चों को मास्क ज़रुर लगवाएं. घर के अंदर रखें. हाथ सैनेटाईज़ करवाएं. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव का यही यूनिवर्सल तरीका है. सीएमओ ने कहा कि अभिभावक ख़ुद भी कोरोना से बचें और बच्चों को भी बचाएं.