वर्ल्ड कप फाइनल का चमत्कार, न्यूज़ीलैंड के खिलाडी ने ही हराया न्यूज़ीलैंड को !
आईसीसी वर्ल्ड कप इस बार क्रिकेट के जन्मदाता इंग्लैंड ने जीत लिया है | यूं तो किसी भी खेल में कहीं और पैदा हुए खिलाड़ी का दूसरे देश से खेलना कोई नई बात नहीं हैं | मगर कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपने आप को इस मुकाम पर लाकर खड़ा कर देते हैं, जिनके बारे में ये बात करना जरूरी हो जाता है कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया | न्यूजीलैंड और ट्रॉफी के बीच उनके देश का यही खिलाड़ी खड़ा था, जिसने कीवी टीम के हाथ से जीत छीन ली और जिसके दम पर इंग्लैंड पहली बार विश्व विजेता बना | ये खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑल राउंडर में से एक बेन स्टोक्स है, जिन्हाेंने खिताबी मुकाबले में नाबाद 84 रन बनाए और उनकी इसी पारी ने न्यूजीलैंड को जीत से दूर कर दिया |
इंग्लैंड के जबरदस्त ऑलराउंडर बेन स्टोक्स का जन्म 4 जून 1991 को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुआ था | स्टोक्स के पिता रग्बी कोच थे और जब उन्हें वर्किंग्टन टाउन रग्बी लीग क्लब के लिए कोच नियुक्ति किया गया तो उन्होंने इंग्लैंड का रुख कर लिया | कोचिंग देने के लिए पिता इंग्लैंड आकर बस गए | तब स्टोक्स की उम्र करीब 12 साल रही होगी | उन्होंने क्रिकेट खेलने के लिए नॉदर्न इंग्लैंड का रुख किया| यहां स्टोक्स ने 15 साल की उम्र में 2006 में नॉर्दर्न लंकाशायर एंड कमबरिया क्रिकेट लीग प्रीमियर लीग डिविजन टाइटल जीता | हालांकि अब उनके माता-पिता 2013 के बाद से क्राइस्टचर्च में ही जाकर बस गए हैं |
बेन स्टोक्स की बेहतरीन पारी की बदौलत इंग्लैंड ने पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप अपने नाम किया हैं | स्टोक्स ने इस वर्ल्ड कप में बल्ले और गेंद से इंग्लैंड की टीम को मैच जिताए हैं | स्टोक्स ने इस वर्ल्ड कप में टीम की ओर से सात विकेट चटकाए हैं और बल्लेबाजी में 381 रन बनाए |