कोरोना से जुड़वां इंजीनियर भाइयों की मेरठ में मौत

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले भले ही कम हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश में इसके प्रभाव से मौत का मामला अभी उस गति पर है। मेरठ में एक शिक्षक को सोमवार को दोहरा आघात लगा है। इनके जुड़वां बेटों का कोरोना संक्रमण के कारण सोमवार को निधन हो गया, दोनों ही इंजीनियर थे। इनके अलावा मुजफ्फरनगर में केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान के एक भाई का भी कोरोना संक्रमण के कारण मंगलवार को निधन हो गया, जबकि दूसरे भाई की हालत भी गंभीर बनी हुई है।

मेरठ में सेंट थॉमस स्कूल में शिक्षक दंपती को सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दोहरा आघात लगा। इनके जुड़वां पुत्रों को कोरोना ने अपनी लपेट में लिया। इंजीनियर भाइयों ने संक्रमण के बाद भी करीब 22 घंटा तक संघर्ष किया, लेकिन इनका संघर्ष अधिक नहीं चल सका। दोनों भाई साथ ही जन्मे, पले और बढ़े। एक साथ ही इंजीनियर बने और एक साथ अंतिम सांस ली।

मेरठ में 23 अप्रैल 1997 को एक साथ जन्म लेने वाले जोफ्रेड वर्गीस ग्रेगरी और राल्फ्रेर्ड जॉर्ज ग्रेगरी के जन्म पर उनके शिक्षक पिता ग्रेगरी रेमंड राफेल तथा माता सोफिया बेहद प्रसन्न थे। ग्रेगरी रेमंड ने बताया कि वो और उनकी पत्नी सेंट थॉमस स्कूल में पढ़ाते हैं। उनके दोनों बेटों ने कम्प्यूटर से बी-टेक की पढ़ाई की, जिसके बाद हैदराबाद में अच्छी कंपनियों में दोनों  की नौकरी लग गई। दोनों बेटों के जन्म में सिर्फ तीन मिनट का अंतर था, जिनमें राल्फ्रेड छोटा भाई था।

मेधावी छात्रों ने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री ली और दोनों हैदराबाद में नौकरी कर रहे थे। दोनों एक साथ 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए और इसके बाद इनका संक्रमण से संघर्ष करीब एक हफ्ता चला। सोमवार को इनका निधन हो गया। साथ जन्म लेने वालों के निधन के समय में एक घंटा का अंतराल रहा।

इसी 23 अप्रैल को दोनों ने अपना जन्मदिन मनाया था, लेकिन किसे मालूम था ये आखिरी जश्न होगा। जन्मदिन के अगले दिन ही वो कोरोना का शिकार हो गए और अब 13-14 मई को दोनों भाइयों ने दम तोड़ दिया। ग्रेगरी ने बताया कि दोनों बेटे दस मई को कोरोना नेगेटिव हो गए थे। दस मई के बाद ही दोनों की तबीयत फिर से बिगड़ी और 13-14 मई की रात में दोनों का निधन हो गया। साथ जन्म लेने वालों के निधन के समय में एक घंटा का अंतराल रहा।

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