केरल में उफनते समुद्र के बीच फंसे थे 12 मछुआरे, कोस्ट गार्ड ने इस तरह बचाई जान
नई दिल्ली. भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की ओर से सोमवार को बताया गया कि चक्रवात टाउते के कारण कोच्चि तट से कुछ दूरी पर उफनते सागर के बीच फंसे 12 मछुआरों को 16 मई को बचा लिया गया है. भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया कि तूफान ‘टाउते’ ‘विकराल चक्रवाती तूफान’ में बदल गया है और शाम तक इसके गुजरात के तट तक पहुंचने का अनुमान है.
बल की ओर से ट्विटर पर बताया गया, ‘भारतीय मछुआरों की जीसस नाम की नाव कोच्चि से 35 समुद्री मील की दूरी पर फंसी हुई थी. आईसीजी के पोत आर्यमान ने उस नौका तथा उस पर फंसे 12 लोगों को बचाया. उफनते समुद्र के बीच से इन्हें 16 मई की रात को कोच्चि लाया गया. नौका सवार सभी लोग सुरक्षित और स्वस्थ हैं.’
आईएमडी ने बताया कि तूफान ने सोमवार को तड़के विकराल रूप धारण कर लिया. विभाग ने पहले इसके विकराल रूप लेने का कोई अनुमान नहीं लगाया था. इसके कारण अब 180-190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जिसके 210 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है. आईएमडी ने हालांकि कहा कि गुजरात तट पर पहुंचने पर तूफान की विकरालता कम होगी.
निजी कम्पनी ‘स्काईमेट’ ने इसके गुजरात में महुवा और पोरबंदर क्षेत्र के बीच कहीं पहुंचने का अनुमान लगाया है, जो दीव के नजदीक है. उसने कहा कि आसपास के 100 किलोमीटर के क्षेत्र में इसका प्रभाव दिख सकता है. गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार ने बताया कि करीब 25,000 लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है.