51 सांसदों ने की गुहार, मनौती करती रहीं सोनिया पर अड़े रहे युवराज!
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर में कांग्रेस सहित विपक्ष का पूरी तरह से सफाया हो गया | जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए है | यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुधवार को कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक हुई | इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे | बैठक में कांग्रेस के 51 सांसद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस्तीफा वापस लेने को लेकर नहीं मना पाए | राहुल गांधी ने पार्टी सांसदों से कहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहेंगे | कांग्रेस सांसद शशि थरूर और मनीष तिवारी ने राहुल को अध्यक्ष बने रहने के पक्ष में तर्क दिया कि हार सिर्फ आपकी जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामूहिक है, लेकिन राहुल फिर भी हार की नैतिक जिम्मेदारी अपनी मानते हुए अध्यक्ष नहीं बने रहने का फैसला दोहराए | बैठक में सभी 51 सांसदों ने अपील की, लेकिन राहुल उनकी बात मानने से इनकार कर दिए |
राहुल गांधी ने नया अध्यक्ष खोजने के लिए कांग्रेस को एक महीने की मोहलत दी थी | इस दौरान वह अध्यक्ष बने रहेंगे | यह एक महीना कुछ दिन में पूरा हो जाएगा | वैसे कांग्रेस ने नए अध्यक्ष के लिए कई नामों पर विचार किया, मगर कोई नाम फाइनल नहीं हो पा रहा | सोनिया गांधी-प्रियंका गांधी नहीं चाहते हैं कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़े, लिहाजा पार्टी के वरिष्ठ लोग लगातार राहुल को मनाने में लगे हैं, लेकिन राहुल गांधी अपना फैसला बदलने को तैयार नहीं |
राहुल गांधी के नेतृत्व में उतरी कांग्रेस को जबरदस्त हार का मुंह देखना पड़ा | कांग्रेस 52 सीटों पर सिमट गई | लोकसभा चुनाव की करारी हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी |