पुलिसकर्मियों के मारपीट मामले में जांच शुरू
उत्तर प्रदेश में झांसी के बबीना थानाक्षेत्र में एक सेना के जवान के साथ पुलिसकर्मियों की मारपीट मामले के तूल पकड़ने के बाद जांच के आदेश बुधवार को दिये गये।
सेना के जवान उमाशंकर तिवारी ने बताया कि वह अपनी भाभी के लिए बीडीसी पद का फार्म लेने मंगलवार को बबीना ब्लॉक आया था और इसी दौरान केंद्र में भीड़ को देखते हुए पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। उमाशंकर ने बताया कि वह तकरीबन 25 से 50 फुट की दूरी पर था लेकिन पुलिसवाले वहां भी पहुंच गये और उसके साथ गाली गलौच करने लगे उसके प्रतिरोध करने पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। वह इस दौरान लगातार बताता रहा कि वह सेना का जवान है लेकिन पुलिसवाले कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उमाशंकर ने आरोप लगाया कि उसके साथ मारपीट करने वाले सात आठ जवानों में से चार पांच पूरी तरह से नशे में धुत थे और उसकी बात सुन ही नहीं रहे थे।
दूसरी ओर बबीना थाना प्रभारी ने बताया कि उमाशंकर केंद्र पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे थे और उनसे लाइन में लगने को कहा गया लेकिन वह उल्टा पुलिस से भिड़ गये।
दोनों ओर से आरोप प्रत्यारोपों के बीच पूरे मामले पर जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक शहर (एसपी सिटी) विवेक त्रिपाठी ने बताया कि दोनों पक्ष से तहरीर लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है और डिप्टी एसपी को इसकी जांच सौंप दी गयी है। सेना के जवान द्वारा पुलिसकर्मियों पर नशे की हालत में मारपीट करने के आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर एसपी सिटी ने कहा कि कुछ भी हो सकता है, संभव है कि उनके आरोप सही हों लेकिन अभी हम किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकते। मामले की जांच की जा रही है रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।