अगले साल प्रदेश की जनता को नई सरकार के साथ होली मनाने का मौका मिलेगा-अखिलेश
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते कहा कि बुरा न मानो होली है। यह योगी जी की मुख्यमंत्री रहते हुए आखिरी होली है। अगले साल प्रदेश की जनता को नई सरकार के साथ होली मनाने का मौका मिलेगा ।
अपने गांव सैफई मे होली के अवसर पर मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए श्री यादव ने कहा कि योगी सरकार सपा के कामो को अपना बताने मे जुटी हुई है । उन्होने कहा “ बुरा न मानो होली है। लेकिन फिर भी ये बात कहनी चाहिए कि जितना भेदभाव भाजपा सरकार में हो रहा है, उतना कभी किसी की सरकार में नहीं हुआ। इसके कई उदाहरण हैं, एक उदाहरण नहीं जहां हम ये नहीं कह सकते हैं कि भेदभाव नहीं हुआ है। शेर पले बढ़े यहां पर, लाइन सफारी शुरू होनी चाहिए थी। लाइन सफारी इसलिए नहीं शुरु हुई क्योंकि इससे देश ही दुनिया का आकर्षण इटावा की तरफ बढ़ेगा। टूरिस्ट बढ़ेगा। इससे किसी न किसी को रोजगार मिलेगा। लेकिन सरकार जानबूझकर इटावा व समाजवादी कार्यक्रमों से भेदभाव कर रही है।”
उन्होने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने सपा सरकार की योजनाओं में लेटलतीफी की। पहले तो हमारी योजनाओं को अपना बताकर उनका उद्घाटन किया गया। अब तो पटिया भी बदला जा रहा है। आने वाले सरकार में प्रदेश को नई सरकार के साथ होली मनाने का मौका मिलेगा। जनता तैयार है। पंचायत चुनाव में भाजपा को जनता सबक सिखाएगी। जनता को यह आशंका है कि कहीं सरकार में भाजपा बेइमानी पर न उतर आए। धान, मक्का की खरीद नहीं पाए। आलू के रखने की व्यवस्था नहीं है।
जीवन में जोश और उमंग पैदा करने वाले रंग के पर्व होली के मौके पर मुलायम कुनबा अपने आंगन में एक साथ जमा हुआ करता था वह आज पूरी तरह से अलग-थलग नजर आया । मुलायम के आंगन मे होली जश्न मे जहाॅ अखिलेश रामगोपाल,धर्मेद्र,तेजप्रताप,अक्षय,अभिेषक,अनुराग और कार्तिकेय दिखाई दिये वही शिवपाल अपने बेटे आदित्य समर्थको क साथ एसएस मेमोरियल मे रहे ।
लंबे अरसे से अपने भतीजे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद के चलते प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने होली के मौके पर इस दफा एक नई इबारत लिख डाली है । उन्होंने अपने पिता सुधर सिंह के नाम पर स्थापित किए एस.एस.मेमोरियल स्कूल में होली का जश्न अपने समर्थकों के साथ में मनाया । इससे पहले शिवपाल सिंह यादव मुलायमी आंगन में होली का जश्न मनाने आते रहे थे।