दो सगी बहनों की हत्या का खुलासा,मां व भाई समेत तीन गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो सगी बहनों की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने आज उसकी मां ,एक भाई और भट्टा मालिक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने बृहस्पतिवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीलीभीत में भट्टे पर दो बहनों के 23 मार्च को बड़ी बहन 19 वर्षीय पूजा का शव भट्टे के पास सड़क पर मिला था जबकि छोटी बहन 17 वर्षीय अंशिका का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने गहनता से तफ्तीश की तो सामने आया की भट्टे पर मुनीम महेश ने पूजा को एक मोबाइल दिया था। इससे पूजा महेश से बात करती थी। इसके साथ ही उसी मोबाइल से छोटी बहन अंशिका संजीव नामक युवक से बात किया करती थी।
उन्होंने बताया कि 22 मार्च की शाम पूजा बात कर रही थी तभी उसकी मां कमला देवी ने मोबाइल पकड़ लिया और पूछताछ करने लगी। पूजा खामोश रही और कुछ नहीं बताया। उसके बाद मां ने पूजा का गला घोट दिया। कमला देवी की मदद उनके दोनों बेटों रामप्रताप व अजय प्रताप ने की इससे पूजा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। छोटी बहन अंशिका ने जब यह देखा तो उसने अपने भाई रामप्रताप के मोबाइल से संजीव को फोन कर बताया कि काल नहीं करना मोबाइल पकड़ लिया गया है। आंशिका के भाई राम प्रताप ने आंशिका को भी ये कहते सुन लिया। इसके बाद अंशिका की भी उसी तरह गला दबाकर हत्या कर दी । हत्या के बाद रात में ही मां बेटों के अलावा दामाद अनिल ने अंशिका को फांसी के फंदे पर पेड़ पर ही लटका दिया और पूजा के शव को घर के बाहर फेंक दिया। उसके बाद आरोपियों ने भट्ठे के ठेकेदार बाबूराम को घटना बताई। बाबूराम ने भट्ठा मालिक अली हसन को जानकारी दी, लेकिन अली हसन ने पुलिस को सूचना नहीं दी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आज पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए अली हसन को भी आरोपी बना लिया। पुलिस ने हत्यारी मां कमला देवी, भाई राम प्रताप व अली हसन को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मृतक का दूसरा भाई विजय प्रताप व दामाद अनिल फरार है। उन्होंने कहा कि मोबाइल पर बात करना अपराध नहीं है। जो लोग बात करने पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते है वो एक तरह की सामाजिक बुराई है।