देश में पहली बार ट्रांसजेंडर कैदी जेल में बनेगा रेडियो जॉकी

देश में पहली बार कोई ट्रांसजेंडर कैदी जेल में रेडियो जॉकी बनेगा और इसकी शुरूआत हरियाणा में हिसार केंद्रीय जेल से होगी।
हरियाणा में तिनका-तिनका अभियान के तहत जेलों में रेडियो स्‍टेशन शुरू हो रहे हैं और इसी में यह ट्रांसजेंडर कैदी जाॅकी बनेगा। इस अभियान के तहत अब राज्य की रोहतक, गुरुग्राम, हिसार और करनाल जेल में रेडियो की शुरुआत होने जा रही है जहां कैदी ही जॉकी की भूमिका में रहेंगे। हरियाणा में फरीदाबाद, पानीपत और अंबाला जेल में पहले से ही जेल रेडियो शुरू हो चुके हैं।
देश की जेलों के लिए समर्पित तिनका तिनका अभियान की संस्थापक डा. वर्तिका नंदा हैं। वह दिल्ली के लेडी श्रीराम कालेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं। इन दिनों वे जेलों में रेडियो लाने की मुहिम पर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि रेडियो जाॅकी बनने जा रहा ट्रांसजेंडर कैदी जब जेल में आया था तो निरक्षर था। उसने जेल अधिकारियों की प्रेरणा से पढ़ना-लिखना और चीजों को समझना शुरू किया। इसके बाद जब रेडियो जॉकी के लिए आडिशन हुए तो वह पहली बार में ही चुन लिया गया। रेडियो संचालित करने के लिए जो दक्षता चाहिए वह उसे प्रशिक्षण दिया गया और अब यह कैदी अपनी आवाज की खनक बिखेरने को तैयार है।
उन्होंने बताया कि तिनका-तिनका संस्था दूसरे चरण में रोहतक, गुरुग्राम, हिसार और करनाल जेल में रेडियो स्टेशन लगा रही है। इसके लिए जेल से ही ऑडिशन के जरिए 26 बंदियों का चयन किया गया है। इनमें डाक्टर, चाटर्ड एकाउटेंट, शिक्षक और पांच महिलाएं भी शामिल हैं। चयनित कैदियों ने अपने जिले और जेल के हिसाब से थीम सांग तैयार किया है जिसके लिए जेलों में रेडियो सेटअप लगाए जा रहे हैं। चयनित कैदियों को रेडियो के लिए प्रोजेक्ट तैयार करना, बोलना, पत्रकारिता से जुड़ी जानकारियां आदि दी गई हैं। वे खुद कार्यक्रम तैयार करेंगे और उसे संचालित भी करेंगे।

Related Articles

Back to top button