संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को पत्र लिखकर कार्रवाई मांग की
प्रयागराज इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ संगीता श्रीवास्तव की नींद में अजान से खलल पड़ता है और इसके लिए बकायदा संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को पत्र लिखकर कार्रवाई मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि घर के पास स्थित मस्जिद से सुबह लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से नींद खराब होती है..हालांकि कुलपति ने पत्र में यह भी लिखा है की वह किसी जाति संप्रदाय या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं, उन्होनें पत्र में लिखा है की अजान को बगैर लाउडस्पीकर के जरिए भी कहा जा सकता है, जिससे दूसरों की दिनचर्या न प्रभावित हो,
पत्र में लिखा है की भारत के संविधान में सभी वर्ग के लिए पंथनिरपेक्षता और शांतिपूर्ण सौहार्द की परिकल्पना की गई है, इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश (570/2020) का हवाला भी दिया गया है, कुलपति ने पत्र में लिखा की कार्रवाई से लोगों को लाउडस्पीकर से होने वाली अनिद्रा से निजात व शांती मिलेगी।
इस संबंध में इत्तेहाद उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कुलपति के इस पत्र पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि क्या उनके क्षेत्र में दुनिया भर की आतिशबाजी पटाखे गाजा बाजा और और डीजे बसते होंगे क्या उससे उनकी नींद में खलल नहीं पड़ता.. देश भर में नाच गाने की तमाम चीजें होती हैं.. मौलाना ने तंत्र करते हुए कहा कि आपकी इतनी घटिया सोच है कि अजान या भजन जो धार्मिक स्थलों में होंगे उनसे नींद में खलल पड़ेगा ऐसी घटिया सोच रखने वाले इस चीज के हकदार नहीं है कि उनको कुलपति बनाया जाए वह हुकूमत ए हिंद से और उत्तर प्रदेश सरकार से यह दरख्वास्त करते हैं कि ऐसे घटिया सोच रखने वाले लोग यह पत्र लिख रहे हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और फौरी तौर पर उन्हें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के पद से हटा देना चाहिए.