हाय अल्ला, इतना टैक्स! दुश्मन देश में बजट से हाहाकार!!
पाकिस्तान की आर्थिक स्तिथि बेहद ख़राब है | पाकिस्तान का कर्ज़ 10 साल में 6 हजार अरब पाकिस्तानी रुपये से बढ़कर 30 हजार अरब रुपये तक पहुंच गया है | पाकिस्तान की बर्बादी को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि हमारे पास कर्ज की किस्त चुकाने के डॉलर नहीं बचे हैं | ऐसे में पाकिस्तान कहीं दिवालिया न हो जाए | अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान का हाल वेनेजुएला जैसा हो जाएगा | बता दें कि पाकिस्तान ने IMF से 6 अरब डॉलर का कर्ज ले रखा है | कर्ज की शर्तों के तहत पाकिस्तान को कर राजस्व बढ़ाने समेत कई शर्तों को मानना पड़ा है | ऐसे में पाकिस्तान ने अर्थव्यवस्था की गंभीर चुनौतियों से जूझने के लिए मंगलवार को अपना पहला पूर्णकालिक बजट पेश किया | पाकिस्तान सरकार ने बजट में कई नए तरह के टैक्स लगाए हैं जिनसे महंगाई बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी सुस्त रहने वाली है | ऐसे में पाकिस्तानियों के लिए आने वाला वक्त बहुत ही चुनौतीपूर्ण और मुश्किलों भरा रहने वाला है |
संसद को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हम्माद अजहर ने अगले वित्तीय वर्ष के लिए 5.55 ट्रिलियन रुपए कर राजस्व का बेहद महत्वाकांक्षी लक्ष्य घोषित किया जो पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा है | पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में वित्त मंत्री हमाद अजहर ने कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य टैक्स कलेक्शन बढ़ाना है | मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की 21 करोड़ की आबादी में सिर्फ 20 लाख लोग ही आयकर रिटर्न भरते हैं | उन्होंने कहा कि नए पाकिस्तान में हमें आगे बढ़ने के लिए “कर” सुधार करने होंगे |
सरकार ने वर्तमान के आयकर की अधिकतम दर को 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया है | इसके अलावा, टैक्स स्लैब को भी बढ़ा दिया गया है जिसके तहत अब सैलरीड क्लास को 50,000 मासिक आय और नॉन सैलरीड क्लास को 33,333 रुपए की मासिक आय पर टैक्स चुकाना पड़ेगा | आयकर के दम पर ही सरकार ने आने वाले वित्तीय वर्ष में करीब 258 अरब रुपए का अतिरिक्त राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य रखा है | वहीं विपक्षी दल के नेता ‘IMF बजट नहीं चाहिए’ जैसे बैनर लेकर बजट का विरोध करने लगे हैं |