शामली में लगे गन्ना मंत्री मुर्दाबाद के नारे, वीडियो हुई वायरल, पुलिस ने फाड़े बैनर
यूपी के शामली में ग्रामीणों ने गन्ना मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। गन्ना मंत्री शामली जिले के एक गांव में पहुंचे थे ग्रामीणों का आरोप है कि विरोध के बाद पुलिस भी गांव में पहुंची और गांव में लगे किसान आंदोलन से संबंधित बैनर—पोस्टर फाड़ दिए।
किसान आंदोलन को लेकर गांवों में भी बीजेपी नेताओं का जगह जगह विरोध हो रहा है। ऐसा ही एक मामला शामली जिले के गांव बधेव में सामने आया है। यहां पर गन्ना मंत्री सुरेश राणा ग्रामीण परिवार से मिलने के लिए पहुंचे थे, जहां पर गांव के कुछ लोगों ने उनसे मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नही होने पर ग्रामीणों ने उनके विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी।
क्या है पूरा मामला?
यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा गुरूवार की देर शाम शामली जिले के थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के गांव बधेव में पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि यहां पर गन्ना मंत्री गांव के कुछ लोगों से मिले। इस दौरान गांव के कई लोगों ने किसान आंदोलन के मुद्दों और गन्ना भुगतान के मसले पर जब मंत्री सुरेश राणा से मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन वें कामयाब नही हो पाए। इसके चलते ग्रामीणों ने किसान आंदोलन और गन्ना भुगतान के मुद्दों को लेकर कैबिनेट मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद मंत्री जी गांव से चले गए। मंत्री जी के विरोध की सूचना जब जिला प्रशासन को लगी, तो अधिकारियों में हडकंप मच गया।
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गांव में पहुंचा पुलिस बल, फाड़े पोस्टर
गन्ना मंत्री सुरेश राणा के खिलाफ नारेबाजी की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस द्वारा विरोध करने वाले ग्रामीणों के नामों की जानकारी ली गई. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गांव में किसान आंदोलन के समर्थन में लगे बैनर पोस्टर को भी फाड़ दिया। यह पूरा मंजर ग्रामीणों ने मोबाइल कैमरों में कैद करते हुए वायरल कर दिया ।
ग्रामीण बोले, जारी रहेगा विरोध
वही इस पूरे मामले पर ग्रामीण परीक्षित देशवाल ने बताया कि रात करीब साढ़े सात बजे गन्ना मंत्री सुरेश राणा गांव में प्रमोद कश्यप के यहां पर आए थे. ग्रामीण ने बताया कि उसने भी बीजेपी को वोट दी थी. मंत्री जी ने 14 दिनों में गन्ना भुगतान का वायदा किया था. सरकार ने नौकरी देने के वायदे भी किए थे, लेकिन अब सरकार उनकी सुनवाई नही कर रही है. सरकार दिल्ली बार्डर पर अपनी मांगों को लेकर बैठे किसानों की भी सुनवाई नही कर रही है. किसान ने बताया कि हमारी बात मंत्री जी से नही हो पाई इसके चलते हमने विरोध करते हुए सुरेश राणा मुर्दाबाद और बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद गांव में पुलिस भी आई और विरोध करने वाले ग्रामीणों की जानकारी लेते हुए गांव में लगे बैनरों को भी फाड़ दिया।
बधेव गांव में बीजेपी से गन्ना मंत्री सुरेश राणा का विरोध होने की सूचना पर शुक्रवार की सुबह किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी सवित मलिक भी गांव में पहुंचे. उन्होंने बताया कि किसान 106 दिनों से आंदोलन पर जमें हुए हैं. बधेव गांव के लोग भी भारी संख्या में किसान आंदोलन में शामिल है. उन्होंने बताया कि कल यहां पर मंत्री सुरेश राणा आए थे. गांव के किसानों ने उनसे गन्ना भुगतान की जानकारी लेने के लिए जब वार्ता की कोशिश की, तो लोगों को मंत्री जी से नही मिलने दिया गया. इसके बाद युवाओं ने नारेबाजी भी की, लेकिन मंत्री बिना जवाब दिए ही गांव से चले गए. उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रशासन गांव में पहुंचा और ग्रामीणों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. गांव में लगे किसान आंदोलन से संबंधित बैनर भी उतार दिए. सवित मलिक ने बताया कि उन्होंने गांव में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली है. विरोध करना सभी का लोकतांत्रिक अधिकार है. गांव के युवाओं से शांतिपूर्वक आंदोलन में शामिल होने की अपील की गई है.