राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने आज विधानसभा में आश्वस्त किया
राजस्थान के जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने आज विधानसभा में आश्वस्त किया कि टाडा-माडा क्षेत्र में संचालित आश्रम छात्रावासों से शिक्षण संस्था की दूरी दो किलोमीटर से अधिक होने पर छात्राओं को आने-जाने की सुविधा पर विचार किया जाएगा। बामनिया ने प्रश्नकाल में विधायक गोपीचंद मीणा के पूरक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही। उन्होंने बताया कि छात्रावास के निर्माण के लिए निःशुल्क भूमि के आवंटन के कारण दूरी निर्धारित नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि इन छात्रावासों में सुविधाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता के लिए तहसीलदारों और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करने और किसी भी प्रकार की असुविधा को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।
इससे पहले, उन्होंने श्री मीणा के मूल प्रश्न के जवाब में बताया कि भीलवाड़ा जिला अनुसूचित क्षेत्र के तहत नहीं आता है। जिले में माडा क्षेत्र के अंतर्गत तीन आश्रम छात्रावास स्वीकृत और संचालित हैं। तीनों ही छात्रावासों के लिए भवन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि ये आश्रम छात्रावास जहाजपुर के लुहारीकलां और बिजौलिया के श्यामपुरा में तथा जहाजपुर के ही धौड़ में कन्या छात्रावास स्थित हैं।
उन्होंने छात्रावास भवनों के जीर्ण-शीर्ण होने के प्रश्न पर बताया कि भीलवाड़ा जिले में घटिया निर्माण और अव्यवस्थाओं के कारण छात्रावास भवनों के निर्धारित समय से पहले ही जीर्ण-शीर्ण होने की कोई शिकायत नहीं है।