प्रदेश के पहले साइबर सेवा केंद्र ने पहली शिकायत का सफलतापूर्वक निस्तारण किया

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के पहले साइबर सेवा केंद्र का शुभारंभ गाजियाबाद में एसएसपी कलानिधि नैथानी द्वारा किया गया था | इस साइबर सेवा के सुचारू रूप से संचालित होने के बाद साइबर अपराधों से पीड़ित व्यक्ति को किसी थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा यह वक्तव्य उद्घाटन के समय एसएसपी महोदय द्वारा दिया गया था | 6 मार्च को प्रदेश के पहले साइबर सेवा केंद्र पर पहली शिकायत सुनील चौधरी निवासी गोविंदपुरम थाना कवि नगर गाजियाबाद द्वारा दर्ज कराई गई थी | शिकायतकर्ता के अनुसार उनके बच्चे ने ऑनलाइन पिज़्ज़ा का ऑर्डर किया था ऑर्डर देने के कुछ देर बाद ही एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनजान नंबर से फोन कर बताया गया कि पिज़्ज़ा की डिलीवरी हेतु एक लिंक आपके मोबाइल पर भेजा गया है | पिज़्ज़ा की डिलीवरी सुनिश्चित कराने के लिए इस लिंक के माध्यम से एक ओटीपी जनरेट होगा जो बताना अनिवार्य है | बच्चे ने अनजाने में लिंक पर क्लिक कर दिया जिससे माध्यम से प्राप्त ओटीपी शेयर करने पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके खाते से 15000 निकाल लिए गए थे |

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प्रथम शिकायत के बाद साइबर सेवा टीम हरकत में आई और तत्परता से कार्रवाई करते हुए निकाली गई संपूर्ण धनराशि को अल्पसमय में पीड़ित को वापस कराया | निश्चित रूप से आज जहां पूरे भारत में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में आवश्यकता है कि गाजियाबाद पुलिस से सीख लेते हुए प्रत्येक जिले में एक साइबर सेल की स्थापना की जाए | जिससे इस तरह की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके | पैसे की वापसी होने पर शिकायतकर्ता ने गाजियाबाद पुलिस का धन्यवाद दिया |

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