शराब फैक्ट्री पर जांच करने लखनऊ पहुंची एसआईटी की टीम, ये है मामला
आज लखनऊ से पहुची एसआईटी की टीम ने टपरी शराब फैक्ट्री के सभी दस्तावेज खंगाले, कई कागजातों को अपने कब्जे में लिया।
आपको बता दे कि लखनऊ/कॉपरेटिव डिस्टलरी टपरी सहारनपुर में अनियमितता पर बड़ी कार्यवाही की है
प्रारंभिक जांच में सामने आया था कि टैक्स इनवॉयस और गेटपास पर एक ही गाड़ी से दो बार शराब निकाल कर वेयर हाउस तक पहुंचाई जा रही थी।
ऐसा काफी समय से किया जा रहा था। एसटीएफ ने डिस्टलरी का रिकार्ड भी कब्जे में लिया और कंप्यूटर व लैपटॉप में फीड डाटा की भी बारीकी से जांच की गई।
एसटीएफ (स्पेशल टाक्स फोर्स) लखनऊ और मेरठ की टीम के अलावा आबकारी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर ने छापा मारा तो पता चला है कि एक ही इनवॉयस (बीजक) पर दो बार शराब निकाली जा रही थी। एक बार में
करीब 32 लाख रुपये टैक्स की चोरी हो रही थी, जो सालाना करीब 100 करोड़ रुपये बैठ रही है।
सहारनपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र में नागल रोड पर गांव टपरी स्थित को-ऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड डिस्टलरी से निकलने वाली शराब और टैक्स चोरी को लेकर एसटीएफ के पास सूचनाएं पहुंच रही थीं। सूचना थी कि डिस्टलरी के अधिकारियों और स्थानीय आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों और विभाग की साठगांठ से भारी मात्रा में टैक्स और एक्साइज ड्यूटी की चोरी की जा रही है।
एसटीएफ ने बुधवार को छापा मारा तो टैक्स चोरी का खुलासा हो गया। बताया जा रहा है कि टीम ने कंपनी के एक दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों, ट्रांसपोर्टरों और लोकल डिस्ट्रीब्यूटर को हिरासत में ले लिया है। इनसे पूछताछ और छानबीन की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने अनियमितता पर बड़ी कार्यवाही की है।
अवैध रूप से शराब बरामद होने पर कई विभागीय अफसरों पर कार्यवाही में डिस्टलरी समेत सभी संबंधित लोगों पर FIR दर्ज हुई है
सहारनपुर मंडल उपकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी भी इस मामले में हुए निलंबित
डिस्टलरी प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त एवं आबकारी निरीक्षक समेत 4 गोदामों के आबकारी निरीक्षक निलंबित
सहारनपुर, कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के देसी शराब के लाइसेंस को निरस्त किया गया
सहायक आबकारी आयुक्त रामपाल को भी निलंबित किया गया
आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार वर्मा सहारनपुर, रविंद्र किशोर उन्नाव, रामजीत बदायूं, पवन कुमार शर्मा संभल, ज्योति सिंह कानपुर को निलंबित किया गया।
जिला आबकारी अधिकारी वरुण पर कार्रवाई ना होना भी विभाग में बना चर्चा का विषय।
एसआईटी के एएसपी देव रंजन वर्मा के नेतृत्व में एसआईटी टीम ने की जांच शुरू, मीडिया से बातचीत में एएसपी ने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है जो लोग नामजद हैं या उनके अलावा जो भी लोग दोषी हैं जल्द से जल्द सभी के खिलाफ जांच कर सभी की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी