जल संचयन के लिए रबर डैम का हो रहा निर्माण
बिहार सरकार ने आज कहा कि प्रदेश में पहली बार फल्गु नदी के सतही प्रवाह को रोक कर जल संचयन के लिए परंपरागत कंक्रीट डैम के स्थान पर नई तकनीक रबर डैम का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे पर्यावरण के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
विधान परिषद में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के संजीव श्याम सिंह के एक अलपसूचित सवाल के जवाब में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि झारखंड की सीमा से लगी फल्गु नदी के तट पर बसा गया शहर सनातन धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म के लिए भी समान रूप से महत्वपूर्ण है। गया में सालों भर देशी-विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। उन्होंने कहा कि फल्गु नदी के सतही जल का प्रवाह मॉनसून अवधि के कुछ भाग को छोड़कर प्रायः नगण्य रहता है और इसके कारण श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मंत्री ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए फल्गु नदी के बाएं तट पर विष्णुपद मंदिर के निकट पूरे वर्ष जल उपलब्ध कराने का कार्य 266.5087 करोड़ रुपये से कराने की स्वीकृति दी गई है। योजना के अधीन सतही एवं उप सतही जल प्रवाह को रोककर जल संचयन का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सालों भर जल संचयन के लिए नदी के तल में पानी संचयन एवं ठहरे हुए पानी के समय-समय पर प्रतिस्थापन के लिए बोरवेल का उपयोग भी किया जाना है।