जानिए कैसे मनाई गयी झांसी में मनायी बाबा गाडगे की जयंती
उत्तर प्रदेश के झांसी में कांग्रेसियों ने संत गाडगे महाराज की 145वीं जयंती मंगलवार को मनायी ।
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ के नेतृत्व में संत गाडगे जी की शोभा यात्रा का स्वागत एवर्ट मार्केट स्थित बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पार्क पर किया गया एवं संत गाडगे की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया।
वशिष्ठ ने संत गाडगे के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धरती पर ऐसी महान आत्माएं बहुत कम जन्म लेती हैं गाडगे बाबा ने जीवन भर केवल समाज के उत्थान के लिए कार्य किया । उन्होंने भिक्षा मांग मांग कर कई चिकित्सालय ,विद्यालय, गौशालाओं आदि का निर्माण कराया बाबा स्वच्छता के लिए समाज को हमेशा प्रेरित करते रहते थे । अंतिम समय उनके पास संपत्ति के नाम पर मात्र एक लाठी कुछ पुराने कपड़े एवं एक ढपली थी ऐसे समाज सुधारक संत को हम शत शत नमन करते हैं।
इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नीता अग्रवाल जिला उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी अफजाल हुसैन पिछड़ा वर्ग के शहर अध्यक्ष ऋषभ साहू एससी प्रकोष्ठ के शहर अध्यक्ष कृष्ण गोपाल करोसिया, सुनील राय, सलमा, आबिदा, मनीष कुमार आदि ने विचार व्यक्त करते हुए संत गाडगे महाराज की जीवन पर प्रकाश डाला।
जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में जिला सचिव मीना आर्य के संयोजन में खुशीपुरा तिराहे पर संत गाडगे महाराज की शोभा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया एवं शोभायात्रा में शामिल लोगों एवं राहगीरों को शीतल जल पिलाया गया।
इसके पूर्व उत्तर प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीराम कुशवाहा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने रिसाला चुंगी स्थित संत गाडगे महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए मनीराम कुशवाहा ने कहा कि संत गाडगे महाराज राष्ट्रीय एकता सामाजिक समरसता, स्वच्छता और मानवता के लिए समर्पित एक सच्चे निष्काम कर्मयोगी थे।
उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन दीन दुखियों की सेवा, मानवता की भलाई और गांव गली में स्वच्छता पूर्ण जीवन जीने का संदेश दिया। वे स्वयं अपने हाथों से जगह-जगह पहुंचकर सफाई किया करते थे और लोगों को मिलजुल कर रहने की प्रेरणा देते थे। उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के साथ सामाजिक न्याय और परिवर्तन के लिए भी उल्लेखनीय कार्य किए। बाबा साहब इनके प्रति अत्यंत श्रद्धा और सम्मान का भाव रखते थे।