भाजपा नेता ने कांग्रेस पार्टी को कही बड़ी बात
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने वर्षों तक स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसा को ठंडे बस्ते में डाल रखा। अपने घोषणा पत्र में कृषि कानून बनाने की घोषणा करने वाली कांग्रेस पार्टी आज कृषि कानून का विरोध कर रही। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्यों को पत्र लिखकर मंडियों के संबंध में जो बात कही थी उसपर कांग्रेस पार्टी क्यों मौन है।
ने कहा कि यह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार है जिसने किसानों के सर्वांगीण विकास की चिंता की। साल 2014 से ही मोदी सरकार ने गांव,गरीब एवं किसान के विकास की योजनाएं लागू की। यूरिया को नीम कोटेड बनाकर इसकी काला बाजारी रोकी, स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसा के आलोक में फसलों की लागत से डेढ़ गुणा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू की, फसल बीमा योजना का विस्तार किया गया, स्वायल हेल्थ कार्ड से मिट्टी की उत्पादन क्षमता का आकलन शुरू हुआ।
भाजपा नेता ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिये मोदी सरकार संकल्पित है। किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों के खाते में प्रति वर्ष छह हजार रुपये भेजे जा रहे। कोरोना काल मे यह राशि किसानों के लिये संजीवनी बनी। साहू ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार किसानों की भला नही चाहती। सरकार बनते ही नई योजना तो शुरू की नहीं उल्टे मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से मिलने वाली प्रति एकड़ पांच हजार की राशि को बंद कर दिया। धान खरीद को गिला धान के नाम पर रोक दिया गया जिसके कारण किसान 1000 -1100 रुपये प्रति क्विंटल बेचने को विवश हुए। किसानों के ऋण माफी की बात करने वाली सरकार आज किसानों को केवल धोखा ही दे रही है।