ईवीएम में “खेल” से डरा विपक्ष, चुनाव आयोग से लगाई ये गुहार
इस लोकसभा चुनावों में ईवीएम को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ है | लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ईवीएम एवं वीवीपैट के मुद्दे पर कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को दिल्ली में बैठक की। इसके बाद विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा है । इस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से वीवीपैट की पर्चियों का मिलान उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक करने एवं कई स्थानों पर स्ट्रांगरूम से ईवीएम के कथित स्थानांतरण से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई की मांग की है ।
इसके पहले बैठक के दौरान ईवीएम से जुड़ी शिकायतों एवं वीवीपैट के मुद्दे पर चर्चा हुई। इस बैठक में कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और अभिषेक मनु सिंघवी, माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, तेदेपा से चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा एवं दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल एवं माजिद मेमन और कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए ।
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू ईवीएम में कथित छोड़छाड़ को लेकर लगातार संदेह जता रहे हैं | सोमवार को उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल मशीनों की सुरक्षा में लगे हुए हैं क्योंकि अफवाह है कि एक तय फ्रीक्वेन्सी का इस्तेमाल कर ईवीएम के आंकड़े बदले जा सकते हैं | टीडीपी प्रमुख ने दावा किया कि ईवीएम के साथ छेड़खानी, फोन टैपिंग जितना ही आसान है | उन्होंने एक बार फिर लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत वीवीपैट पर्चियों का मिलान करने की मांग दोहराई |