छत्तीसगढ़ ने हासिल किया 1621.67 करोड़ रूपए का पंजीयन राजस्व

रायपुर,छत्तीसगढ़ ने कोरोना संकट के बावजूद भी बीते वर्ष में 1621.67 करोड़ रूपए का रिकार्ड पंजीयन राजस्व अर्जित किया है जोकि पूर्ववर्ती वर्ष में प्राप्त राजस्व से 23.28 प्रतिशत अधिक है।


चालू वित्तीय वर्ष में 31जनवरी तक राज्य में एक लाख 82 हजार दस्तावेजों का पंजीयन हुआ है, जिसके कारण स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क के रूप में 1087.19 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।

राज्य में छोटे भू-खण्डों के क्रय-विक्रय पर लगी रोक को हटाने का फायदा यह हुआ है कि बीते दो सालों में छोटे भू-खण्डों से संबंधित दस्तावेजों के पंजीयन में लगभग दोगुने की वृद्धि हुई है।

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इन दो सालों में एक लाख 86 हजार 423 छोटे भू-खण्डों के पंजीयन से आम जनता को राहत मिली है। बाजार मूल्य (गाईडलाईन) की दरों में 30 प्रतिशत की कमी किए जाने के शासन के निर्णय का भी लाभ लोगों को मिला है। इसके कारण सम्पत्ति के बाजार मूल्य में कमी के साथ-साथ खरीदी-बिक्री में राहत मिलने से मध्यम वर्ग के लिए मकान एवं अचल सम्पत्ति खरीदना आसान हुआ है।

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