किसान आंदोलन: दिल्ली पुलिस ने जहां लगाई थी कील, राकेश टिकैत ने वहां बो दिए फूल
दिल्ली में 70 दिन से भी अधिक समय से किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) लगातार जारी है। वहीं 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) की आड़ में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस का रुख किसानों के लिए सख्त हो गया, जिसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए सड़क पर कीलों की बैरिकेडिंग की गई। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की बहुत किरकिरी भी हुई। इसके बाद पुलिस ने इन कीलों को रीलोकेट किया। जहां पर दिल्ली पुलिस ने कीलें लगाई थी वहां पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने फूलों के पौधे लगा दिए हैं।
इन फूलों को लगाने के लिए दो डंपर मिट्टी भी मंगाई गई थी। इसके बाद टिकैत संग मिलकर अन्य किसानों ने यहां पर फूल लगा दिए। किसान नेता को जब मीडिया ने कीलों के स्थान पर फूल लगाते देखा तो वहां फोटो लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं इससे पहले किसानों ने चक्का जाम को लेकर भी बताया। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं किया जाएगा। यहां पर केवल जिला मुख्यालयों में ज्ञापन दिया जाएगा। इसके अलावा ये जाम देशव्यापी होगा।
राष्ट्रीय और राज्य हाईवे पर यातायात रोका जाएगा
चक्का जाम के तहत देश में राष्ट्रीय और राज्य हाईवे पर यातायात रोका जाएगा। मोर्चा के डॉक्टर दर्शन पाल की ओर से चक्का जाम को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। 3 घंटे के चक्का जाम में दोपहर 3:00 बजे वाहनों के हॉर्न 1 मिनट तक बजाए जाएंगे, इसके बाद जाम समाप्त कर दिया जाएगा।
चक्काजाम के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए दिल्ली पुलिस ने चाक चौबंद तैयारी की है। रेलवे व मेट्रो भी पूरी तरह से सतर्क है। आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली मेट्रो के प्रभावित स्टेशनों में प्रवेश और निकासी द्वार को बंद किया जा सकता है।
आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12:00 से 3:00 बजे तक जाम किया जाएगा। इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस, स्कूल बस आदि सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। चक्का जाम शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा। मोर्चा की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि प्रदर्शनकारी चक्का जाम के दौरान किसी भी अधिकारी कर्मचारी या आम नागरिक के साथ संघर्ष ना करें।
दिल्ली के भीतर कोई चक्का जाम नहीं
निर्देश में कहा गया है कि दिल्ली में किसी तरह का चक्का जाम नहीं किया जाएगा, क्योंकि बॉर्डर सील होने के कारण वहां पहले से ही चक्का जाम जैसी स्थिति है। दिल्ली में प्रवेश की सभी सड़कें खुली रहेंगी, सिवाय उनके जहां पहले से ही किसानों के मोर्चे लगे हुए हैं। दोपहर 3:00 बजे 1 मिनट तक हॉर्न बजाकर किसानों की एकता का संकेत देते हुए चक्का जाम खत्म किया जाएगा।