मोदी से लड़ रहे बीएसएफ के पूर्व जवान का इस वजह से हुआ नामांकन रद्द
समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ रहे
पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर का नामांकन रद्द कर दिया गया है | तेज बहादुर पर नामांकन पत्र में अपनी बर्खास्तगी की गलत जानकारी देने का आरोप है। तेज बहादुर के समर्थकों ने डीएम पोर्टिको को घेरकर जमकर प्रदर्शन भी किया जिसमे उन्होंने मांग की थी की तेज बहादुर का नामांकन रद्द न हो | उन्होंने सेना की वर्दी और हाथ मे तिरंगा लेकर नारेबाजी की |
दरअसल नामांकन पत्रों की जांच के बाद तेज बहादुर यादव द्वारा दाखिल दो नामांकन पत्रों में बीएसएफ से बर्खास्तगी की दो अलग-अलग जानकारी सामने आई थी। इसके बाद उन्हें 24 घंटे के अंदर बीएसएफ से एनओसी लेकर जवाब देने को कहा गया था। तेज बहादुर से नोटिस में कहा गया था कि वह बीएसएफ से एनओसी लेकर आएं, जिसमें यह साफ किया गया हो कि उन्हें किस वजह से नौकरी से बर्खास्त किया गया था।
इससे पहले तेज़ बहादुर ने मीडिया की सामने अपनी बात रखी जिसमे उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा जब से समाजवादी पार्टी ने उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपना प्रत्याशी बनाया है तब से भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ गई है।
तेज़ बहादुर इससे पहले निर्दलीय तौर पर भी नामांकन कर चुके थे लेकिन नामांकन के अंतिम दिन उन्होंने सपा की तरफ से भी नामांकन दर्ज कराया था। अटकले लगाईं जा रही थी की तेज बहादुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बड़ा नाम हो सकते थे। लेकिन अब तेज बहादुर का नामांकन रद्द होने के बाद वाराणसी से शालिनी यादव को टिकट मिल सकता है।