उत्तराखंडः मोटर मार्ग बहाल करने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया का आरोप है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के साथ चीन सीमा के लिए बने तवाघाट-लीपूलेख मोटर मार्ग में ज्योति गाड़ में पुल से यातायात बंद कर दिया गया है। इससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। मर्तोलिया ने इसे बहाल करने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने बताया कि बी.आर.ओ.ने बिना अस्थाई यातायात की व्यवस्था किए, पुराने पुल को तोड़ दिया। इस संबंध में शनिवार को स्थानीय लोगों ने बी.आर.ओ.की लिखित शिकायत जिलाधिकारी से भी की है। बीस दिनों से पुल से वाहनो का आवागमन बंद चल रहा है। धारचूला विकास खंड के चौदास व व्यास घाटी के 17 गांवो की जनता परेशान है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान संकट भी पैदा हो गया है।
पुल के न होने से सीमांत क्षेत्र के जयकोट, पांगला, रूंग, सिर्खा, र्सिदांग, कुरिला, बंगबा,ताकुंल, बुंगबुंग, गाला- जिप्ती, बूदी, कूटी, नपलच्यू,गरब्यांग,रौंक कौंग,गूंजी में डेली नीड के सामानो की किल्लत शुरु हो गई है। मर्तोलिया ने कहा कि बिना अस्थाई व्यवस्था किए बगैर बी.आर.ओ.ने चीन सीमा को जोड़ने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा के मोटर मार्ग को कैसे सामान्य यातायात के लिए बंद कर दिया, इस पर उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।