Budget 2021: जाने कौन से है वो 6 नाम जिनके कंधों पर है बजट 2021 की जिम्मेदारी
जनवरी शुरू होते ही आम जनता से लेकर व्यापारियों तक की नजरें एक साथ टकटकी लगाए हुए बजट (Budget 2021) का इंतजार कर रही हैं। इस बार मोदी सरकार (Modi Government) कोरोना वायरस के कारण आई आर्थिक गिरावट को देखते हुए मोदी 2.0 का तीसरा बजट पेश करने वाली हैं।
ऐसे में इस वित्त वर्ष की चुनौतियों को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की बजट टीम में दो नए चेहरों को लाया गया है। आइए जानते हैं इस बार की बजट टीम के बारे में सब कुछ…
CEA कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन
अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट पॉलिसी, प्राइमरी मार्केट, सेकेंडरी मार्केट और रिसर्च पर SEBI की स्थाई समितियों के रूप में काम कर चुके कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन साल 2018 में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था। जिसके बाद से ही वो यहां पर अपनी सेवा दे रहे हैं। कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से पीएचडी किया है। इतना ही नहीं कृष्णमूर्ति ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में पढ़ाया है। इन्हें बैंकिंग और आर्थिक नीति का एक्सपर्ट भी माना जाता है। सीईए बनने से पहले वो बंधन बैंक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट और आरबीआई अकादमी बोर्डों का हिस्सा भी रह चुके हैं।
टीवी सोमनाथन
विश्व बैंक में काम कर चुके सोमनाथन इस वक्त व्यय विभाग के सचिव के रूप में काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं सोमनाथन ने प्रधानमंत्री कार्यलय में भी काम किया है। आपको बता दें कि सोमनाथन ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की है और वह 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी भी रह हैं।
तरुण बजाज
1988 में हरियाणा बैच के IAS अधिकारी तरुण बजाज भी वित्त मंत्रालय में कार्यरत है। इस वक्त वह आर्थिक मामलों के विभाग सचिव के रूप में काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि उनके सुझाव देश की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में बहुत काम करते हैं। इतना ही नहीं तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को बनाने में तरुण बजाज की अहम भूमिका रही है।
अजय भूषण पांडेय
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के सीईओ रह चुके अजय भूषण पांडेय पर हेल्थ व डिफेंस पर खर्च करने के लिए रेवेन्यू जुटाने और इस कोरोना काल में आयकर की दर को कम करते हुए दोनों में बैलेंस बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
तुहीन कांत पांडे-
ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तुहिन कांत पांडे ने 2019 में डीआईपीएएम सचिव का पद संभाला था। उसके बाद से अबतक वो सरकार को अपनी सेवा दे रहे हैं।
देबाशीष पांडा
निर्मला सीतारमण की टीम में वित्तीय सेक्टर से जुड़ी सभी जिम्मेदारी देवाशीष पांडा पर है। देवाशीष वित्तीय सेवा विभाग में सचिव के रूप में काम कर रहे हैं।