CBSE बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी जोरों पर, शिक्षा निदेशालय ने जारी किए निर्देश
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 10वीं-12वीं छात्रों के लिए 4 मई से आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को कहा है कि वह स्कूलों में छात्रों की बोर्ड परीक्षा तैयारी के लिए कमर कस लें।
निदेशालय ने स्कूलों को निर्देशों में कहा कि कुछ छात्रों के पास हो सकता है परीक्षा की तैयारी के लिए इंटरनेट मोबाइल सुविधा न हो। ऐसे छात्रों के अंदर परीक्षा के तनाव को निकालने व उनका सिलेबस कवर कराने और आने वाली बोर्ड परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों को कुछ बातों का पालन करना होगा।
प्री-बोर्ड एग्जाम से पहले शिक्षकों को करना होगा ये काम
एचओएस के पास शिक्षकों के साथ परामर्श के बाद संशोधित किए गए सिलेबस को रिवाइज कराने का एक प्लान होना चाहिए। प्री-बोर्ड एग्जाम से पहले इस प्लान पर शिक्षक काम करेगा। जिसे वह अपनी डायरी में नोट कर ले। छात्रों को सीबीएसई द्वारा डिलीट किए गए 30 फीसद सिलेबस की जानकारी दी जाए।
सीबीएसई द्वारा नए सिरे से तैयार किए गए मॉडल पेपरों पर कक्षाओं में छात्रों से बात की जाए। छात्रों को एमसीक्यू, एनालिटिकल, सोर्स आधारित व महत्वपूर्ण प्रकार के सवालों की जानकारी दी जाए। 10वीं कक्षा में एनालिटिकल पैराग्रॉफ शुरू किया गया है। स्पेशल एक्स्ट्रा क्लास, री-मेडियल क्लास को मिशन मोड में पूरा किया जाए।
प्रमोट हुए बच्चों को देनी होंगी क्लास
जिन छात्रों को 9वीं व 11वीं से प्रमोट करके 10वीं व 12वीं में भेजा गया है, उन्हें ये कक्षाएं जरूर दी जाएं। ऐसे छात्रों को चिन्हित कर स्कूल के प्रत्येक छात्र को 2-3 छात्र दे दिए जाएं, जिनका वह नियमित स्तर पर प्रदर्शन जाचें। 12वीं कक्षाओं में बॉयोलॉजी, केमिस्ट्री, गणित, अकाउंटेंसी व बिजनेस स्टडी का सिलेबस अब तक पूरा नहीं हो पाया है। स्कूल प्रमुखों को आदेश दिया जाता है कि यह सिलेबस जल्द पूरा किया जाए। स्कूल प्रमुख एसएमसी की मदद से छात्रों व अभिभावकों की काउंसिलिंग कर उन्हें जागरूक करेंगे।