पद्म पुरूस्कारः आगरा की साहित्यकार ऊषा यादव को मिलेगा पद्मश्री
आगरा की वरिष्ठ साहित्यकार ऊषा यादव को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया है। गणतंत्र दिवस पर इसकी घोषणा की गई।
उषा यादव कहानी संग्रह ‘टुकड़े-टुकड़े सुख’, ‘सपनों के इंद्रधनुष’ और उपन्यास ‘प्रकाश की ओर’ व ‘आंखों का आकाश’ सहित 100 से ज्यादा किताबें लिख चुकी हैं। इनमें सबसे ज्यादा सराहना बाल साहित्य पर लिखी किताबों को मिली।
उषा यादव ने कहा कि मुझे पद्मश्री के लिए चुना गया, बहुत खुश हूं, आनंदित हूं, इसके लिए लंबी साधना की है, साहित्य साधना का फल मिला है।
यह एक खुशी है, खुशी तब भी बहुत होती है जब मेरी कविताओं को बच्चे गुनगुनाते हैं और खुश होते हैं। एक और खुशी बचपन में मिली थी, वह थी लिखने की। मैं नौ साल की थी, तब कविताएं लिखना शुरू कर दिया था।
नॉर्थ ईदगाह निवासी डॉ. उषा यादव ने बताया, मेरे पसंदीदा साहित्यकार प्रेमचंद और शरद जोशी हैं। दोनों की रचनाओं में सादगी है, अपनापन है, जिंदगी की हकीकत है। दोनों की कहानियों के पात्र अपने से लगते हैं।
कविता हो या कहानी, इतनी सरल होनी चाहिए कि आम आदमी के दिल में भी उतर जाए।